नो बॉल पर क्लीन बोल्ड, क्रिकेट मैच में हुआ विवाद




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ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के मेहलचोरी में आयोजित महेंद्र नेगी स्मृति क्रिकेट प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले में नो बॉल पर क्लीन बोल्ड को लेकर हुए विवाद के बाद दूसरी टीम के मैदान छोडकर जाने पर,खेले गये ओवरों तक “डाक्वर्थ-लुईस” नियमों के साथ ही कुछ खिलाड़ियों की अनुशासनहीनता को देखते हुए इलेवन स्टार रंगचौणा को विजेता व बिष्ट फैब्रिकेशन चौखुटिया को उपविजेता घोषित कर पुरस्कार वितरित किए गए।

⤵विडियो फुटेज के अनुसार नो बाल फेंकी थी चौखुटिया के खिलाडी ने

दरअसल विडियो फुटेज में दिख रही स्थितियों के अनुसार मैच की दूसरी पारी में रंगचौणा की बैटिंग के दौरान 15वें ओवर की दूसरी गेंद पर 45 रनों पर खेल रहे,नवजोत क्लीन बोल्ड हो गये,जिस पर नानस्ट्राईक बल्लेबाज रूपेश की अपील पर अम्पायर बलवीर मेहरा ने गेंदबाज देव का पैर बालिंग क्रीज से काफी आगे होने के चलते,इसे नो बाल करार दे दिया।

⤵अम्पायर द्वारा निर्णय में देरी पर नाराज दर्शक मैदान में ओर खिलाडी मैदान छोडकर गये

अम्पायर द्वारा देरी से दिए गये निर्णय से नाराज दर्शक चौखुटिया टीम के समर्थन में मैदान में घुस गये।जिसके बाद चौखुटिया टीम के समर्थक खिलाड़ियों को जबरदस्ती मैदान से बाहर ले जाते हुए देखे गये।चौखुटिया की टीम के मैदान छोडने के बाद कमेटी सदस्यों द्वारा काफी मानमनोबल के बाद खिलाडी दोबारा से वापस मैदान तक आ गये।

⤵चौखुटिया टीम के अधिकांश खिलाडी चाहते थे आगे का मैच खेलना

लंबी वार्ता के बाद चौखुटिया टीम की मांग के अनुरूप नो बॉल को रद्द करते हुए खिलाड़ी को आऊट करार दिए जाने व अम्पायर बदले जाने का निर्णय लिया गया।लेकिन इसके बाद चौखुटिया टीम के प्रबंधक व अधिकांश खिलाड़ी जहां आगे का मैच खेलने को तैयार हो गये,वहीं कुछ खिलाडी न खेलने की जिद पर अड़े रहे।

⤵डकवर्थ लुईस नियम के आधार पर विजेता घोषित
अनुशासनहीनता पर विजय बोरा पर लगाया
प्रतिबंध

देर शाम तक चली मानमनोवल के बाद भी जब चौखुटिया के कुछ खिलाडी खेलने को तैयार नहीं हुए तो कमेटी सदस्यों ने “डकवर्थ-लुईस” नियम का प्रयोग करते हुए रंगचौणा को 20 रनों से विजेता घोषित किया,वहीं चौखुटिया टीम के मुख्य खिलाडी विजय बोरा की अनुशासनहीनता को देखते हुए उनके मेहलचौरी में खेलने पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की गयी।

⤵अतिथिगण भी मनाते रहे नहीं माने उत्तराखंड प्रिमियर लीग के खिलाडी रहे विजय बोरा

मामले में स्थिति को संभालने ओर दोबारा से खेल शुरू करने को लेकर कमेटी सदस्यों,स्थानीय व्यापारियों के साथ ही टूर्नामेंट में आए हुए अतिथियों द्वारा नाराज खिलाड़ियों को मनाने के प्रयास करते देखा गया।वहीं उनकी मांग के अनुसार नो बॉल को रद्द कर अम्पायर बदलने का निर्णय भी लिया गया,जिसके बाद चौखुटिया टीम के अधिकांश खिलाड़ी तो खेलने को तैयार हो गये,लेकिन उनके मुख्य खिलाड़ी उत्तराखंड प्रीमीयर लीग खेल चुके विजय बोरा किसी भी हाल में खेलने को तैयार नहीं हुए,ओर वे दोबारा मैदान छोड़कर बाहर चले गए।
कोई जबरदस्ती खिलाड़ियों को मैदान से बाहर ले जाते तो कोई आईपीएल खिलाडी बताकर मामले को देते रहे हवा
वहीं इस बीच कुछ युवा विजय बोरा को नारे लगाते हुए गाड़ी में बिठाते नजर आए।वहीं कुछ स्थानीय लोगों को विजय बोरा को आईपीएल खिलाडी बताते हुए माहौल खराब करते हुए भी देखा गया।

⤵क्या कहते हैं प्रत्यक्षदर्शी

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार रंगचौणा को 22 गेदों पर 26 रन जीत के लिए चाहिए थे,जबकि उनके पांच विकेट शेष थे। बताया जा रहा कि संभवत: हार की डर से विजय बोरा द्वारा ऐसा किया होगा।

⤵क्या कहते हैं पूर्व क्रिकेटर जगदीश चन्द्र

मामले को लेकर क्षेत्र के वरिष्ठ खिलाडी गैरसैंण निवासी जगदीश चन्द्र ने कहा की खेल आयोजन के सफल ओर शांतीपूर्ण संचालन कर लिए कमेटी के साथ ही खिलाड़ियों ओर दर्शको की भी जिम्मेदारी बनती है कल माहौल खेल के अनुकूल रहे विवाद होने ओर खेल बाधित होने पर कमेटी व क्षेत्र की बदनामी तो होती ही है साथ ही खिलाड़ियों ओर दर्शकों के व्यवहार की भी चर्चाएं होती हैं।उन्होंने कहा की चौखुटिया टीम की मांगे मान लिए जाने के बावजूद कुछ खिलाड़ियों के न खेलने की हट समझ से परे है।
जबकि क्रिकेट ओर विवादों का चोली-दामन का साथ रहा है ।अत्याधुनिक तकनीक आने के बावजूद अंतर्राष्ट्रीय मैचों में भी ऐसा देखने को मिलता है।

⤵मामले को लेकर भावुक हुए चौखुटिया के पूर्व क्रिकेटर जीवन कठैत

वहीं चौखुटिया निवासी पूर्व क्रिकेटर जीवन कठैत आज हुए विवाद ओर खेल पुरा न हो पाने पर दुख जताते हुए बेहद भावुक हो गये।

⤵समापन समारोह में पुरस्कार वितरण

समापन समारोह में रंगचौणा को 71हजार नगद व उपविजेता टीम चौखुटिया को 41हजार नगद व ट्राफियां प्रदान की गई।
टूर्नामेंट के बेहतरीन आलराउंडर खिलाडी के रूप में में रंगचौणा के राजगुरु,बेस्ट बल्लेबाज के लिए महेंद्र लारा के निशान्त,बेस्ट गेंदबाज के लिए बिष्ट फैब्रिकेशन चौखुटिया के कप्तान इशू बिष्ट,फील्डर के लिए थाला के अरुण,कीपर के लिए रंगचौणा के सुशील व बेस्ट कैच के लिए आमडाली के सचिन को नगद धनराशि और ट्रॉफी प्रदान की गई।समारोह में चौखुटिया के पूर्व खिलाडी जीवन कठैत व बिष्ट फैब्रिकेशन के टीम मैनैजर पंकज बिष्ट को भी सम्मानित किया गया।

⤵समापन समारोह के अतिथिगण

समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि नगर पंचायत गैरसैंण के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मोहन भंडारी,कुंवर रावत,प्रदीप कुंवर,दान सिंह नेगी,जाख चमोली के जिला पंचायत सदस्य विनोद नेगी,प्रमुख गैरसैंण शशी सौरियाल,भाजपा के वरिष्ठ नेता टीका प्रसाद मैखुरी,उप जिलाधिकारी चौखुटिया सुनील राज,पूर्व जिला पंचायत सदस्य जगमोहन कठैत,बलबीर कुंवर,सुरेंद्र संगेला,वीरेंद्र परसारा,विजय रावत,राम सिंह नेगी,मनोज नेगी,बलवीर रावत,चन्दन परसारा,अमरदीप नेगी,कृपाल बिष्ट,नरेंद्र बरमोला,पी विश्वकर्मा,वीरेंद्र देवली,महावीर नेगी,हरेंद्र परसारा,मनोज नेगी मैंडी,दीपक नेगी,गजेंद्र कोटवाल,पृथ्वी नेगी,विक्रम बिष्ट,
अशोक नेगी, जगमोहन नेगी,मनोज कुमार,मदन मेहरा,दर्शन मढवाल आदि उपस्थित रहे।

फाइनल मैच का स्कोर⤵

18 ओवरों के फाइनल मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए बिष्ट फैब्रिकेशन चौखुटिया ने 10 विकेट खोकर 185 रनों का आसान लक्ष्य इलेवन स्टार रंगचौणा को दिया।जिसमें रितिक 53,विजय बोरा 25,ईशांत यादव 28 और कप्तान ईशु बिष्ट ने 37 रनों का योगदान दिया।रंगचौणा केआशिफ ने 4 व अमन शुक्ला ने दो विकेट लिए।लक्ष्य का पीछा करते हुए रंगचौड़ा की टीम ने विवाद होने की स्थिति तक 15वें ओवर की दूसरी बाल तक 5 विकेट खोकर 159 रन बना लिए थे।जिनमें सुशील 39,राजगुरु 24,फरीद 31,नवजोत ने 45 रनों का योगदान दिया।इशू और देव ने अपनी टीम के लिए 3-3 विकेट झटके।मैच में विवाद के बाद “डकवर्थ-र्लुईस” नियम अनुसार रंगचौणा को 20 रनों से विजयी घोषित किया गया।