नवीन चौहान,
हरिद्वार। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के हरिद्वार अभिनंदन समारोह में नहीं पहुंचने की मजबूरी थी। ये मजबूरी डबल इंजन के हैलीकाप्टर के पायलट की थी। सीएम को हरिद्वार पहुंचने के लिये एक अदद पायलट नहीं मिल पाया। वो पायलट जो डबल इंजन के हैलीकाप्टर को हरिद्वार ले जा पाये। जबकि वाहन से हरिद्वार पहुंचने के लिये उनकी कमर का दर्द आढ़े आ गया। इसी कारण वह कार से नहीं आ पाये।
रानीपुर विधायक आदेश चौहान ने बताया कि सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की रानीपुर विधानसभा के लोगों से मिलने की दिल से इच्छा थी। लेकिन उनको हैलीकाप्टर से लाने वाले पायलट के चोटिल होने के कारण दूसरे पायलट की व्यवस्था के प्रयास किये गये। बाबा रामदेव के यहां पायलट का पता किया गया। सिंगल इंजन के हैलीकाप्टर में सीएम के चलने का प्रोटोकॉल नहीं है। डबल इंजन का हैलीकाप्टर उड़ाने के लिये कोई पायलट नहीं मिल पाया। दिल्ली से पॉयलट बुलाने के प्रयास किये गये लेकिन समय का अभाव था। सीएम कार से आना चाहते थे लेकिन उनकी कमर में दर्द के चलते वह भी संभव नहीं हो पाया। कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत को अपने प्रतिनिधि के तौर पर भेजने की तैयारी की गई। वित्त मंत्री प्रकाश पंत नैनीताल में थे। इसीलिये आनन फानन में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने प्रतिनिधि के तौर पर कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक को दायित्व दिया। सीएम के प्रतिनिधि होने का अथोरिटी पत्र भी जिलाधिकारी दीपक रावत को भेजा गया। जिसके बाद कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कार्यक्रम में पहुंचकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के फर्ज को पूरा किया और जनता को संबोधित किया।