प्राइवेट क्लीनिक चला रहे थे सीएमओ, छापा पड़ा तो टॉयलेट में छिपे




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न्यूज 127.
सरकारी डॉक्टरों द्वारा अवैध रूप से प्राइवेट क्लीनि​क चलाने का मामला तो सामने आता ही रहता है, अब ऐसे स्वास्थ्य अधिकारी को अपना निजी क्लीनिक चलाते हुए पकड़ा गया है जिस पर शहर में अवैध क्लीनिकों को बंद कराने का जिम्मा है।

रविवार दोपहर बिजनौर से एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई, जहां मुजफ्फरनगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी सुनील तेवतिया को राज्य महिला आयोग की सदस्या संगीता जैन ने छापेमारी के दौरान अवैध क्लीनिक चलाते हुए रंगे हाथों पकड़ा। शिकायतों के आधार पर कार्रवाई करते हुए जैसे ही महिला आयोग की टीम क्लीनिक पहुंची, तेवतिया पीछे के दरवाज़े से भागकर टॉयलेट में छिप गए। पुलिस ने मात्र पांच मिनट में उन्हें बाहर निकाल लिया।

घटना रविवार दोपहर 1:13 बजे की है, जब राज्य महिला आयोग की सदस्या संगीता जैन अचानक क्लीनिक में उनके केबिन तक पहुँच गईं। अचानक निरीक्षण से घबराकर सीएमओ सुनील तेवतिया क्लीनिक छोड़कर टॉयलेट में जाकर छिप गए, लेकिन पुलिस की त्वरित कार्रवाई में उनकी योजना विफल हो गई।

संगीता जैन ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सुनील तेवतिया बिजनौर में लंबे समय से अवैध रूप से क्लीनिक चला रहे थे, और मरीजों से प्रति मरीज 300 रुपये वसूल रहे थे। उन्होंने बताया कि इस मामले में उन्हें लगातार शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद यह छापेमारी की गई। उन्होंने यह भी बताया कि दो महीने पहले भी उन्होंने CMO तेवतिया को इस अवैध गतिविधि के लिए चेतावनी दी थी, लेकिन इसके बावजूद वह नियमों की अनदेखी करते हुए क्लीनिक चला रहे थे।

इस बीच, CMO तेवतिया की पत्नी ने सफाई देते हुए कहा कि वे बिजनौर केवल उनसे मिलने आए थे। हालांकि, मौके पर मिले साक्ष्य और गतिविधियों ने संदेह को और मजबूत किया है। घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन में हलचल मच गई है। मामले की गंभीरता देखते हुए आगे की कार्रवाई की संभावनाएँ तेज हो गई हैं। यह घटना एक उच्च पदस्थ स्वास्थ्य अधिकारी के खिलाफ अवैध गतिविधियों का बड़ा खुलासा मानी जा रही है।