न्यूज 127.
डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल, डिफेंस कॉलोनी, देहरादून में 78 वांं स्वतंत्रता दिवस समारोह देशभक्ति, उत्साह व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर संपूर्ण विद्यालय को तीन रंगों के फूलों और गुब्बारों से सजाया गया।
सर्वप्रथम विद्यालय की प्रधानाचार्या शालिनी समाधिया जी ने ध्वजारोहण के साथ स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ किया। तत्पश्चात विद्यालय में उपस्थित समस्त जनों द्वारा राष्ट्रगान पूर्ण उत्साह तथा देशभक्ति भाव के साथ गाया गया।

इस अवसर पर विद्यालय में मुख्य अतिथि डॉ. बी.के. नौटियाल के साथ कर्नल एस.एल पैन्यूली व कर्नल आर. पी. दत्ता, कर्नल आर.एल. शर्मा जी भी उपस्थित रहे।

स्वतंत्रता दिवस के इस पावन अवसर पर उन शहीदों को याद किया गया, जिन्होंने देश के प्रति अपनी कर्तव्य निष्ठा को निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति दी ।

विद्यालय के नन्हे मुन्ने बच्चों ने हमारी जल ,थल व वायु सेना के सैनिकों की वीरता व शौर्य की याद दिलाते हुए उनकी वेशभूषा को धारण किया, राष्ट्रीय चिह्न व स्मारकों से संबंधित पोस्टर बनाए व उनके द्वारा उच्चारित राष्ट्र के प्रति जीवन समर्पित करने वाले देशभक्तों की ओजपूर्ण उक्तियों से संपूर्ण विद्यालय प्रांगण गूंज उठा।

कक्षा एक से तीन तक के छात्रों ने महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, लाला लाजपत राय, भगत सिंह जैसे अनेक राष्ट्र हितैषियों की वेशभूषा को धारण कर डिफेंस कॉलोनी में तिरंगा यात्रा निकाली। जिनकी ओजपूर्ण वाणी के जयनाद ने संपूर्ण कॉलोनी वासियों के हृदय को राष्ट्र प्रेम के भाव से ओत-प्रोत कर दिया।

कार्यक्रम की इस श्रृंखला में जहां कक्षा पांच से नवी तक के विद्यार्थियों द्वारा भारत को आकाश की बुलंदियों तक ले जाने व विकसित देशों की पंक्ति में अग्रणीय राष्ट्र बनाने के लक्ष्य को याद दिलाते हुए एक मनमोहक गीत की प्रस्तुति दी गई। वहीं ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की अवधारणा का संदेश संपूर्ण विश्व को देते हुए हमारे छात्र -छात्राओं द्वारा एक नृत्य व नृत्यनाटिका प्रस्तुत की गई।

कक्षा 11 के छात्र आशीष ने अपने भाषण में वर्ष 2024 में देश को प्राप्त उन उपलब्धियों का भी जिक्र किया जिन्होंने संपूर्ण विश्व का ध्यान भारत की ओर आकर्षित किया है। संपूर्ण कार्यक्रम ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

मुख्य अतिथि डॉ.बी.के. नौटियाल जी ने छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि हमारे वीर सिपाहियों के अदम्य साहस और शौर्य का परिणाम यह है कि शत्रु देश हमारी ओर आंख उठाकर देखने से भी डरता है। उन्होंने युवा पीढ़ी को एक ज़िम्मेदार नागरिक के कर्तव्य व स्वतंत्रता का सही अर्थ भी समझाया। उन्होंने कहा कि यदि हम अपने अधिकारों को सुरक्षित करना चाहते हैं तो सर्वप्रथम कर्तव्यों का निर्वाह करना हमें सीखना ही होगा।

कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्या शालिनी समाधिया जी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वतंत्रता दिवस भारत के गौरवशाली इतिहास और उसके उज्ज्वल भविष्य की एक शक्तिशाली याद दिलाता है। यह अतीत की उपलब्धियों का सम्मान करने, वर्तमान चुनौतियों का सामना करने और कल के लक्ष्यों को उत्साहपूर्वक अपनाने का दिन है।

उन्होंने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि देश की सरहद पर तैनात जांबाज सैनिकों की देशभक्ति एवं बुलंद हौसलों के कारण ही देश की सीमाएंँ सुरक्षित हैं। तभी हम अर्थव्यवस्था ,खेल,विज्ञान आदि प्रत्येक क्षेत्र में निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर हैं। प्रधानाचार्या जी ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि आज की युवा पीढ़ी को अपनी जड़ों से जुड़ने की आवश्यकता है। हमें भारतीय संस्कृति एवं मूल्यों पर गर्व होना चाहिए।


