न्यूज127
हरिद्वार की पुण्य भूमि में मां गंगा के तट पर वेदांक एस्ट्रो एकेडमी ने तीसरा वार्षिकोत्सव बड़े ही धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया। देश के विभिन्न राज्यों के आए ज्योतिषों ने अपने विचार सांझा किए। अंकज्योतिष के ज्ञान की तार्किक शक्ति से सभी को अभिभूत किया। विद्धान ज्योतिषों ने अंकज्योतिष ज्ञान से समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने और टूटते बिखरते परिवारों को जोड़ने का संकल्प किया। एकेडमी में अध्ययनरत विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पीसी पुरोहित, क्षेत्रीय निदेशक डीएवी स्कूल उत्तराखंड, विशिष्ट अतिथि प्रदीप डोबरियाल, राष्ट्रीय अध्यक्ष सीसीआरओ (अपराध नियंत्रण एवं अनुसंधान संगठन), आध्यात्मिक अतिथि आचार्य यज्ञेश और विशेष अतिथि एवं आर्य आगरा ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

मुख्य अतिथि पीसी पुरोहित ने अंक ज्योतिष के ज्ञान की महत्वता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि न्यूमरोलॉजी, जिसे अंकज्योतिष भी कहा जाता है, एक ऐसा विज्ञान है जो अंकों की शक्ति और उनके प्रभाव का अध्ययन करता है। यह मानता है कि संख्याएँ व्यक्ति के स्वभाव, व्यक्तित्व और भाग्य को प्रभावित करती हैं। वेदांक एकेडमी के गुरू व अंक ज्योतिषी डॉ सुनील कुमार के प्रयासों की सराहना की। जो 72 से 75 साल की आयु के लोगों में भी पढ़ने और सीखने की ललक पैदा कर रहे हैं। उनकी आत्मशक्ति को मजबूती प्रदान कर रहे हैं। अंक ज्योतिषी का यह ज्ञान समाज को जोड़ने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा।

एकेडमी के सह निदेशक डॉ सुनील कुमार ने कहा कि ज्योतिष एक विज्ञान है। जो नंबरों और गृहों के अनुरूप में मनुष्य के जीवन की दिशा और दशा तय करती है। मनुष्य के जन्म, समय और नाम से उसके व्यक्तित्व का निर्धारण ज्योतिष करता है। ज्योतिष आपके कार्य, कर्म, दिशा तय करता है। ज्योतिष ज्ञान से मनुष्य के जीवन में आने वाले संकट का पूर्वाभास किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि यह एक गजब का विज्ञान है। जिसका सही आंकलन करना ही ज्योतिष है। जिसका उपयोग परिवारहित, समाजहित, राष्ट्रहित में करना चाहिए। भारत में ज्योतिष ज्ञान वैदिक काल से चला आ रहा है। गृह नक्षत्रों की चाल, जन्म का समय और मनुष्य का नाम सभी कुछ ज्योतिष में समाहित है और एक प्रख्यात ज्योतिषी ही किसी भी मनुष्य के आचार, विचार, व्यवहार और उसके जीवन के रहस्यो से परदा उठा सकता है। उन्होंने इस आयोजन में प्रतिभाग करने वाले सभी गणमान्यों को शुभकामनाएं दी और अंक ज्योतिष के ज्ञान का प्रयोग समाजहित और देशहित में करने का आशीर्वाद दिया।

कार्यक्रम का संचालन एकेडमी के निदेशक व राष्ट्रीय प्रवक्ता नवनीत बिजल्वाण ने किया। उन्होंने देश के विभिन्न राज्यों से ज्योतिष सम्मेलन में भाग लेने आए गणमान्यों का आभार ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि संस्था का यह तीसरा सम्मेलन है और ज्योतिष परिवार में लगातार इजाफा हो रहा है। उन्होंने आयोजन को सफल बनाने और सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। इस कार्यक्रम में निदेशक वामिक परमार, बेंगलुरु से स्फूर्ति हिरेमथ, छत्तीसगढ़ से ज्योति शर्मा, संयुक्त अरब अमीरात से इंद्रजीत सिंह सहित नामी ज्योतिषों ने हिस्सा लिया।