News 127. अल्मोड़ा
जिलाधिकारी अंशुल सिंह ने कहा कि गंगा नदी मात्र जलस्रोत नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और आस्था का आधार है, ऐसे में इसके संरक्षण के लिए विभागीय समन्वय और जिम्मेदारीपूर्ण प्रयास अनिवार्य हैं। जिलाधिकारी ने नदियों में गंदगी, प्लास्टिक या किसी भी तरह के अपशिष्ट डालने वालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी अंशुल सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला गंगा सुरक्षा समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में गंगा नदी एवं उसकी सहायक नदियों के संरक्षण, स्वच्छता, अपशिष्ट प्रबंधन और जन-जागरूकता से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर विभागीय अधिकारियों के साथ विस्तृत विमर्श किया गया।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी अंशुल सिंह ने कहा कि गंगा नदी और उनकी सहायक नदियों का संरक्षण करना बहुत जरूरी है। ऐसे में अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली को और मजबूत किया जाए तथा सीवरेज एवं नालों के उपचार की व्यवस्था हर स्थिति में सुनिश्चित हो।
सीवरेज व्यवस्था पर विशेष जोर
जिलाधिकारी अंशुल सिंह ने नगर अल्मोड़ा क्षेत्र की सीवरेज निकासी प्रणाली को सुव्यवस्थित करने के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नदियों में सीधे गिरने वाले नालों पर एसटीपी स्थापना हेतु विस्तृत सर्वे तत्काल कराया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में भी सीवेज ट्रीटमेंट की वर्तमान स्थिति एवं आवश्यकताओं पर विस्तृत रिपोर्ट जल्द प्रस्तुत करने को कहा गया।
स्वच्छता व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के निर्देश
जिलाधिकारी अंशुल सिंह ने नगर निकाय को कूड़ा उठान, सफाई व्यवस्था और कूड़ादानों के उचित प्रबंधन को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। खुले में कूड़ा फेंकने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई तथा सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे स्थापित कर निगरानी मजबूत करने के भी निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि स्वच्छता कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
विभागों ने प्रस्तुत की प्रगति रिपोर्ट
बैठक में जल संस्थान, नगर निकाय, सिंचाई विभाग, वन विभाग समेत संबंधित सभी विभागों ने अपने-अपने कार्यों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सभी विभाग समयबद्ध कार्रवाई सुनिश्चित करें और आगामी समीक्षा बैठक में विस्तृत प्रगति रिपोर्ट उपलब्ध कराएं।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रामजी शरण शर्मा, जिला विकास अधिकारी एस.के. पंत, अधिशासी अभियंता जल निगम, परियोजना अधिकारी गंगा सुरक्षा समिति रंजीता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।


