जिलाधिकारी अंशुल सिंह का औचक निरीक्षण, विभागों को फटकार—तुरंत बनाओ सुरक्षित रास्ता और रेलिंग




Listen to this article

News 127. अल्मोड़ा
लक्ष्मेश्वर वार्ड के अंतर्गत आईएसबीटी के निकट लंबे समय से उपेक्षित पड़े नाले पर जनता की सुरक्षा के नाम पर हो रही अनदेखी अब प्रशासन की नजरों से नहीं बच सकी। स्थानीय लोगों की शिकायतों के बाद आज जिलाधिकारी अंशुल सिंह अचानक मौके पर पहुंचे और नाले की स्थिति देखकर संबंधित अधिकारियों को सीधे मौके पर ही कड़े निर्देश जारी कर दिए।

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी अंशुल सिंह ने सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता सहित सभी जिम्मेदार अधिकारियों से नाले के निर्माण, प्राविधानों और अव्यवस्थाओं पर सवाल खड़े किए। उन्होंने साफ कहा कि “जनता असुरक्षित रहे और विभाग चुप बैठे—यह बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”

नाले पर तत्काल बनेगा सुरक्षित मार्ग

जिलाधिकारी अंशुल सिंह ने आदेश दिए कि जहां तक नाले का प्रावधान है वहां तक निर्माण कार्य पूरा किया जाए और नाले के ऊपर लोगों की आवाजाही के लिए पक्की सीढ़ियों वाला रास्ता तुरंत बनाया जाए। उन्होंने चेतावनी भरे स्वर में कहा कि सुरक्षा के दृष्टिगत रेलिंग लगाना अनिवार्य है, इसमें किसी भी तरह की देरी या बहाना स्वीकार नहीं होगा।

उपजिलाधिकारी को सौंपा अनुवीक्षण का जिम्मा, रिपोर्ट सीधे डीएम को

जिलाधिकारी अंशुल सिंह ने उपजिलाधिकारी सदर को निर्देशित किया कि नाले पर बनने वाले रास्ते और रेलिंग के कार्यों की निरंतर निगरानी करें और प्रगति रिपोर्ट सीधे उन्हें सौंपें। उन्होंने कहा कि यदि कार्यों में ढिलाई मिली तो जिम्मेदार विभाग कार्रवाई के लिए तैयार रहें।

नगर निगम पर भी सख्ती—नालों की सफाई नियमित

जिलाधिकारी अंशुल सिंह ने नगर निगम अधिकारियों को भी कड़े निर्देश दिए गए। कहा कि नालों की सफाई नियमित रूप से न करने की शिकायतें लगातार आ रही हैं, और अब इस पर तुरंत सुधार नहीं हुआ तो कार्रवाई अपरिहार्य होगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि जनहित सर्वोपरि है और जनता को असुविधा होने पर किसी भी विभाग की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

स्थानीय लोगों से बातचीत के दौरान जिलाधिकारी अंशुल सिंह ने आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं का समाधान शीघ्र और प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि “समस्याएँ सालों तक लंबित क्यों रहें? अब हर जायज मांग पर तत्काल कार्रवाई होगी।”

निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी सदर संजय कुमार, अधिशासी अभियंता सिंचाई मोहन सिंह रावत, जनप्रतिनिधि, स्थानीय लोग एवं संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।