डीएम सी रविशंकर ने गरीबों को भेजा राशन तो बच्चों की करा दी फीस माफ
गगन नामदेव
पुराने किस्से कहानियों में तो बहुत सुना होगा कि एक दयालु राजा थे। वह रात को भेष बदलकर प्रजा के बीच जाते है। गरीबों के घरों की समस्याओं को देखा करते थे। अपनी प्रजा के सुख—दुख के हालातों को समझते थे। उनके बाद उनकी समस्याओं को दूर करते थे। गरीबों के घरों में खाद्य सामग्री व तमाम जरूरतों को पूरा करते थे। कुछ ऐसा ही काम वर्तमान हरिद्वार के जिलाधिकारी सी रविशंकर कर रहे है। वह भेष बदलकर जनता के बीच तो नही घूम रहे है। लेकिन दयालु राजा की तरह गरीब जनता की समस्याओं का प्राथमिकता से निस्तारण करते हुए कर्तव्यनिष्ठा का निर्वहन कर रहे है। कोरोना संक्रमण काल में जनता की तमाम आर्थिक समस्याओं को उन्होंने एक मैसेज और फोन कॉल पर ही दूर किया है।
जिलाधिकारी जनपद का सबसे ज्यादा जिम्मेदार अधिकारी होता है। जिलाधिकारी पर जनपद की जनता की सभी समस्याओं को दूर करने का दायित्व होता है। केंद्र और राज्य सरकार की ओर से शुरू की जाने वाली कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाना होता है। चिकित्सा, शिक्षा की सुविधाओं को बेहतर रखने और जनपद में सर्वागीण विकास कार्यो को कराने में जिलाधिकारी की अहम भूमिका होती है। लेकिन जब देश संकट की घड़ी में हो या किसी आपदा या महामारी की समस्या का सामना कर रहा हो तो जनपद के जिलाधिकारी की योग्यता और कर्तव्यनिष्ठा का पता चलता है। ऐसे मुश्किल वक्त में जिलाधिकारी को मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए जनता की कसौटी पर खरा उतरने की चुनौती होती है। जनता की तमाम तकलीफों को महसूस करते हुए उनको दूर करते हुए निस्तारण करना होता है।
कोरोना संक्रमण काल की महामारी के वक्त में हरिद्वार के जिलाधिकारी सी रविशंकर की बात करें तो उन्होंने जनता की तमाम तकलीफों को महसूस करते हुए उनको राहत पहुंचाकर अपनी कर्तव्यनिष्ठा को साबित किया है। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने सामाजिक, आर्थिक दोनों की मोर्चो पर सफलता हासिल की। उन्होंने गरीबों के घरों में राशन वितरण कराने से लेकर तमाम चिकित्सीय व्यवस्थाओं में पूरी पारदर्शिता से अपने कर्तव्यधर्म का निर्वहन किया। इस दौरान जिलाधिकारी सी रविशंकर ने सोशल मीडिया का सबसे बेहतर उपयोग जनहित के कार्यो में किया। कोरोना संक्रमण काल में जनता की मिलने वाली तमाम समस्याओं का प्राथमिकता से निस्तारण कराया। माफियाओं पर नकेल कसी और उत्तराखंड सरकार के राजस्व में बढोत्तरी की। भ्रष्टचार में संलिप्त रहने वाली कर्मचारियों पर पैनी नजर बनाकर रखी। उनके खिलाफ विभागीय जांच की संस्तुति की। लेकिन सबसे बड़ी बात ये रही कि कोरोना संक्रमण काल में डीएम सी रविशंकर का पूरा फोकस अपनी जनता को सुरक्षित बचाकर रखने की रही। उन्होंने तमाम प्रशासनिक कार्यो की अतिव्यस्तता के बीच में भी हरिद्वार की जनता से सबसे ज्यादा नजदीकियां बनाकर रखी। जनता की समस्याओं का मिलने वाला एक मैसेज उनको आत्मिक रूप से झकझोंर देता था। इसी कारण वह अपनी प्राथमिकता में जनता की समस्याओं के निस्तारण को रखते है।
मीडिया का चकाचौंध से दूर
डीएम सी रविशंकर की सबसे खास बात ये है कि वह मीडिया की चकाचौंध से बहुत दूर है। लेकिन मीडिया की तमाम खबरों का संज्ञान लेते है। मीडिया का बेहद सम्मान करते है।