हरिद्वार।
धर्मनगरी हरिद्वार के श्रवणनाथ नगर, वार्ड नंबर–11 में निर्माणाधीन सड़क एवं गलियों में गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं। भाटिया भवन क्षेत्र में पूर्व सभासद विमल ध्यानी वाली गली सहित आसपास की नई बनी गलियों से नालियां पूरी तरह गायब कर दी गई हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि आसपास के घरों और होटल स्वामियों ने अपनी सुविधा के लिए नालियां बंद करवा दीं, और निर्माण एजेंसी ने बिना मानकों का पालन किए उनकी बात मानते हुए आंख मूंदकर नालियां ढक दीं।
नालियों के बंद होने के कारण घरों, होटलों और गलियों का पानी सीधे सड़क पर बह रहा है। इससे इन मार्गों से होकर गुजरने वाले तीर्थयात्री और स्थानीय नागरिक फिसलकर गिर रहे हैं, कई लोग चोटिल भी हो चुके हैं। क्षेत्रवासियों का कहना है कि यदि समय रहते समस्या का समाधान नहीं हुआ तो आने वाली बरसात में जलभराव की गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है और आसपास के मकानों में पानी घुसने का खतरा बढ़ जाएगा।
स्थानीय लोगों ने नगर निगम के आला अधिकारियों पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि अधिकारियों की उदासीनता के चलते ठेकेदार मानकों और नियमों को ताक पर रखकर केवल लीपा-पोती कर सरकारी धन का दुरुपयोग कर रहे हैं। निर्माण कार्य में न तो जल निकासी की उचित व्यवस्था की गई है और न ही भविष्य की समस्याओं को ध्यान में रखा गया है।
क्षेत्रवासियों ने मांग की है कि जिन लोगों ने अपने मकानों या होटलों के सामने नालियां बंद करवाई हैं, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। यदि कोई व्यक्ति सड़क या गली में धुलाई या सफाई कर उसका पानी दूसरे के दरवाजे तक बहाता है या कीचड़ फैलाता है, तो ऐसे मामलों में तत्काल दंडात्मक कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही सभी बंद कराई गई नालियों को तुरंत खुलवाया जाए, ताकि पानी नालियों के माध्यम से आगे निकल सके।
स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि दोषियों पर जुर्माना लगाया जाए और भविष्य में ऐसी लापरवाही दोहराए जाने पर कठोर कदम उठाए जाएं, ताकि तीर्थनगरी हरिद्वार में आमजन और श्रद्धालुओं को सुरक्षित आवागमन मिल सके।



