गंगधारा-2 में प्री-वैडिंग काउंसिलिंग पर होगा जोर, 15 नवंबर को देहरादून में एकदिवसीय कार्यक्रम




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न्यूज127, देहरादून
हिमालयी सरोकारों और सामाजिक चेतना को ध्यान में रखते हुए आयोजित “गंगधारा – विचारों के प्रवाह की श्रृंखला” का दूसरा संस्करण इस वर्ष 15 नवंबर को देहरादून में आयोजित किया जाएगा। देवभूमि विकास संस्थान द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम इस बार बदलते सामाजिक परिवेश में विवाहिक स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए ‘प्री-वैडिंग काउंसिलिंग’ पर केंद्रित रहेगा।

दून विश्वविद्यालय परिसर में रविवार को आयोजित बैठक में देवभूमि विकास संस्थान के संरक्षक, पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार सांसद त्रिवेन्द्र सिंह रावत की अध्यक्षता में कार्यक्रम की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा हुई। सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि गंगधारा केवल कार्यक्रम नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक सोच और संवाद की निरंतर धारा है। उन्होंने कहा कि बदलते सामाजिक परिवेश में कई रिश्ते समय से पहले टूटने लगे हैं, ऐसे में प्री-वैडिंग काउंसिलिंग अत्यंत आवश्यक है।

बैठक में निर्णय लिया गया कि 15 नवंबर का कार्यक्रम दो सत्रों में आयोजित होगा –
प्रथम सत्र: उद्घाटन समारोह, पत्रिका विमोचन और पिछले वर्ष के गंगधारा आयोजन की समीक्षा।
द्वितीय सत्र: खुली चर्चा और संवाद, जिसमें विधि एवं मनोविज्ञान के विशेषज्ञ ‘प्री-वैडिंग काउंसिलिंग’ पर अपने विचार साझा करेंगे।

बैठक में दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल, प्रो. एच.सी. पुरोहित, डॉ. राजेश भट्ट, डॉ. दीपक भट्ट, देवभूमि विकास संस्थान की मेन ट्रस्टी सुश्री कृति रावत, सचिव सतेंद्र नेगी, कोषाध्यक्ष उमेश रावत, एडवोकेट रवि नेगी सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
बैठक से पूर्व सभी प्रतिभागियों ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम को सामूहिक रूप से सुना।

यह कार्यक्रम सामाजिक चेतना और वैवाहिक जीवन में समझ व संवेदनशीलता बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है।