राज्यव्यापी कानून-व्यवस्था और अग्नि सुरक्षा की उच्चस्तरीय समीक्षा
देहरादून
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने पुलिस मुख्यालय स्थित सभागार से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गढ़वाल-कुमाऊँ रेंज, रेलवे, एसटीएफ और सभी जिलों के वरिष्ठ/पुलिस अधीक्षकों के साथ कानून-व्यवस्था, अपराध नियंत्रण तथा राज्यव्यापी फायर सेफ्टी ऑडिट की उच्चस्तरीय समीक्षा की। हाल ही में गोवा में हुए अग्निकांड को देखते हुए डीजीपी ने प्रदेश में जन-सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता मानते हुए त्वरित और कठोर अग्नि सुरक्षा उपाय लागू करने के निर्देश दिए।
डीजीपी दीपम सेठ ने कहा कि अगले सात दिनों में प्रदेश के सभी कैफे, पब, बार, होटल, बैंक्वेट हॉल, मॉल व अन्य भीड़भाड़ वाले प्रतिष्ठानों का समग्र फायर ऑडिट पूरा किया जाए। जिलाधिकारियों के समन्वय से अग्निशमन उपकरणों की उपलब्धता, उनकी कार्यक्षमता, आपातकालीन निकास के स्पष्ट चिन्ह, अवरोधमुक्त मार्ग, हाइड्रेंट की कार्यशीलता और स्टाफ के फायर सेफ्टी प्रशिक्षण की गहन जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने चेतावनी दी कि सुरक्षा मानकों का उल्लंघन पाए जाने पर नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
डीजीपी दीपम सेठ ने शीतकालीन चारधाम यात्रा मार्गों पर सुरक्षा एवं संचालन व्यवस्था को और मजबूत करने हेतु भी विशेष दिशा-निर्देश दिए गए। भीड़ प्रबंधन, यातायात नियंत्रण, आपातकालीन प्रतिक्रिया तंत्र और रेस्क्यू सिस्टम को सुदृढ़ करने पर जोर दिया गया। गंभीर अपराधों के वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी, पैरोल/जमानत पर रिहा बंदियों की समयबद्ध वापसी और अवैध संपत्तियों के जब्तीकरण संबंधी चल रहे अभियानों की समीक्षा करते हुए अधिक प्रभावी कार्रवाई का निर्देश दिया गया। एनडीपीएस एक्ट के तहत वाणिज्यिक मात्रा वाले लंबित मामलों के शीघ्र निस्तारण और पेशेवर अपराधियों पर गैंगस्टर व एनडीपीएस एक्ट में कठोर कार्यवाही पर भी बल दिया गया।
पुलिस कर्मियों के हित में विभागीय पदोन्नति प्रक्रिया को समयबद्ध रूप से पूरा करने के निर्देश भी प्रदान किए गए। बैठक में डीजीपी ने अधिकारियों को अखिल भारतीय डीजीपी/आईजीपी सम्मेलन–2025 में राष्ट्रीय सुरक्षा, आतंकवाद-रोधी रणनीतियों और साइबर क्राइम से जुड़े प्रमुख बिंदुओं से अवगत कराया।
गोष्ठी में उपस्थित वरिष्ठ अधिकारी—
अपर पुलिस महानिदेशक, अभिसूचना एवं सुरक्षा – अभिनव कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था – वी. मुरुगेशन, पुलिस महानिरीक्षक, पी/एम – विम्मी सचदेवा, पुलिस महानिरीक्षक, पीएसी – नीरू गर्ग, पुलिस महानिरीक्षक, दूरसंचार – कृष्ण कुमार वी.के., पुलिस महानिरीक्षक, फायर – मुख्तार मोहसिन, पुलिस महानिरीक्षक, साइबर – नीलेश आनंद भरणे, पुलिस महानिरीक्षक/निदेशक यातायात – एन.एस. नपलच्याल, पुलिस महानिरीक्षक, एसडीआरएफ – अरुण मोहन जोशी, पुलिस महानिरीक्षक, प्रशिक्षण – अनन्त शंकर ताकवाले, पुलिस महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था – सुनील कुमार मीणा मौजूद रहे। सभी अधिकारियों ने राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक प्रभावी, सुरक्षित और उत्तरदायी बनाने हेतु विस्तृत मंथन किया।



