हरिद्वार के वरिष्ठ नागरिक से 1.45 करोड़ की ठगी का खुलासा, पंजाब से दो आरोपी गिरफ्तार




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नवीन चौहान
उत्तराखण्ड एसटीएफ की साइबर क्राइम पुलिस टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए डिजिटल अरेस्ट के जरिए पंजाब के लुधियाना से साइबर ठगी के दो मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है। गिरोह खुद को सीबीआई अधिकारी और सुप्रीम कोर्ट का जज बताकर पीड़ितों को कानूनी कार्रवाई, मनी लॉन्ड्रिंग और गिरफ्तारी की धमकी देकर करोड़ों रुपये की ठगी की वारदात को अंजाम दिया था।

पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड दीपम सेठ के दिशा-निर्देशन, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर/साइबर डॉ वी मुरुगेसन की समीक्षा और आईजी लॉ एंड ऑर्डर/साइबर डॉ. नीलेश आनंद भरणे के मार्गदर्शन में की गई।

मामला ऐसे शुरू हुआ
हरिद्वार निवासी , जो सिंचाई विभाग में नहर परियोजना से अधीनस्थ अभियंता पद से सेवानिवृत्त हैं, को एक विदेशी नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को सीबीआई और मुंबई पुलिस अधिकारी बताया और उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग के फर्जी मामले में फंसाने की धमकी दी।

डर और दबाव बनाकर आरोपियों ने पीड़ित व उनकी पत्नी से बैंक खाते, एफडीआर, पीपीएफ सहित अन्य वित्तीय जानकारियां ले लीं। इसके बाद फर्जी सुप्रीम कोर्ट आदेश और गिरफ्तारी वारंट के नाम पर वीडियो कॉल से डराते हुए 1.45 करोड़ रुपये अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर करवा लिए गए। पीड़ित इस सीबीआई अधिकारी की कॉल से बेहद डरा और सहम गया। पुलिस ने बचने के लिए अपने तमाम बैंक खातों से रकम आरोपियों को भेजने लगा।
जांच और गिरफ्तारी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर ने पीड़ित की व्यथा सुनने के बाद तत्काल मुकदमा दर्ज कराया और आरोपियों की धर पकड़ के लिए पुलिस टीम गठित की। उन्होंने पुलिस टीम को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए। अपर पुलिस अधीक्षक स्वप्न किशोर सिंह और पुलिस उपाधीक्षक अंकुश मिश्रा के परिवेक्षण में विवेचना निरीक्षक देवेंद्र नवियाल के नेतृत्व में साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन, देहरादून आरोपियों की तलाश में जुट गई।

पुलिस ने संबंधित बैंक खातों, रजिस्टर्ड मोबाइल नंबरों, व्हाट्सऐप चैट व डिजिटल साक्ष्यों का बारीकी से विश्लेषण किया। Yes Bank, PNB, Canara Bank आदि में फर्जी दस्तावेजों से खोले गए खातों में सिर्फ एक माह में लाखों रुपये का लेन-देन पाया गया। NCRP पोर्टल पर जांच में इन खातों के विरुद्ध कई शिकायतें दर्ज मिलीं।

तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने मुख्य आरोपी

  1. जतिन्दर कुमार, पुत्र बलवन्त राय, निवासी – मकान संख्या 34A, गली संख्या 4, नूरवाला रोड, न्यू बसंत विहार, बस्ती जोधेवाल, लुधियाना, पंजाब
  2. मनप्रीत सिंह, पुत्र अजीत सिंह, निवासी – हाउस नं. 106, बसंत विहार, नूरवाला रोड, लुधियाना, पंजाब को लुधियाना से गिरफ्तार कर लिया।

अपराध का तरीका
सभी आरोपी संगठित होकर फर्जी मोबाइल नंबर, बैंक खाते और डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते है। खुद को सीबीआई अधिकारी, पुलिस अफसर या न्यायाधीश बताकर मनी लॉन्ड्रिंग, गिरफ्तारी या कानूनी कार्रवाई की धमकी देता है। वीडियो/फोन कॉल के जरिए पीड़ितों से वित्तीय जानकारियां लेकर रकम हड़प ली जाती है।

बरामदगी
01 एप्पल iPhone 13 Pro, 01 ओप्पो A15 मोबाइल, 02 आधार कार्ड, 01 पैन कार्ड, अन्य इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य

पुलिस टीम
निरीक्षक देवेंद्र नवियाल, उप निरीक्षक मुकेश चंद्र, हे.का. दिनेश पालीवाल, नितिन रमोला, गौरव देवरानी