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गुरुकुल काँगड़ी (समविश्वविद्यालय), हरिद्वार की बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट (बीओएम) की बहुप्रतीक्षित बैठक शुक्रवार को नई दिल्ली स्थित एआईयू कार्यालय में संपन्न हुई। कुलपति प्रो. प्रभात कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में जहां कर्मचारियों और विद्यार्थियों के हित में कई ऐतिहासिक फैसले लिए गए। विश्वविद्यालय में कई नए कोर्स शुरू करने को लेकर सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की गई। लेकिन गुरूकुल कांगड़ी में व्यावहारिक चुनौतियों और आंतरिक अव्यवस्थाओं की गूंज साफ सुनाई दे रही है।
शनिवार को गुरूकुल कांगड़ी के नव नियुक्त कार्यवाहक कुलपति प्रभात कुमार ने बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट की बैठक की तमाम जानकारी प्रेस वार्ता के माध्यम से कर्मचारियों और जनता तक पहुंचाने का प्रयास किया। उन्होंने कुलपति, कुलसचिव और वित्ताधिकारी की नियुक्तियों को स्वीकृति की जानकारी भी दी।
प्रभात कुमार ने बताया कि कर्मचारियों की मेडिकल क्षतिपूर्ति राशि 30,000 से बढ़ाकर 40,000 कर दी गई है। स्थायी कर्मियों के डीए में 3% का इजाफा किया गया है। शहीदों के बच्चों को 3% आरक्षण व फीस माफी कह बड़ी रिआयत दी गई है। विश्वविद्यालय कर्मियों के बच्चों को प्रवेश में 5% अतिरिक्त अंक, मृतक आश्रितों को दो वेतन श्रेणियों में नियुक्ति पर सहमति, तदर्थ कर्मियों के वेतन में क्रमिक वृद्धि तथा गुरुकुल की भूमि की सुरक्षा को लेकर सख्त रुख अपनाने की बात कही है।
प्रभात कुमार ने कुलाधिपति एसके. आर्य की नियुक्ति को वैध बताया गया। उनके द्वारा विश्वविद्यालय की मेल पर भेजे गए तमाम पत्रों को वैध बताया। इसी के साथ गुरूकुल की संपत्ति की सुरक्षा को लेकर भी प्रभावी कदम उठाने की बात कही।
रजिस्ट्रार को नहीं मिला कार्यालय
बीओएम की बैठक में रजिस्ट्रार प्रोफेसर सुनील कुमार को पुनः कुलसचिव के रूप में अनुमोदन प्रदान किया गया, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि उन्हें अब तक विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन में कार्यालय नहीं मिल पाया है।
कर्मचारियों का सांकेतिक धरना जारी
गुरूकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के आंदोलन कर्मचारियों का सांकेतिक धरना प्रशासनिक भवन के बाहर जारी रहा। कर्मचारी पूरी तरह से आक्रोषित नजर आए।
कर्मचारियों को कुलपति की बातों पर नहीं पूरा भरोसा
कुलपति प्रो. प्रभात कुमार की बातों पर आंदोलनरत कर्मचारियों को कोई भरोसा नही है। कर्मचारियों ने कहा कि यह बैठक अपने उददेश्यों की पूर्ति के लिए की गई है।
गुरूकुल कांगड़ी सम विश्वविद्यालय भारत की रक्षा करने वाले देश के वीर शहीदों के बच्चों को देगा फ्री शिक्षा




