Haridwar Court ने 804 वादों का किया निस्तारण, जानिए पूरी खबर




Listen to this article

नवीन चौहान

हरिद्वार। लोक अदालत में आपसी सुलह नामों के आधार पर 804 वादों को निस्तारित करते हुये 95 लाख 14 हजार 713 रूपये का अर्थदंड व प्रतिकर अधिरोपित किया गया है। जिला जज एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह चौहान के निर्देशों पर नेशनल लोक अदालत का आयोजन हरिद्वार न्यायालय में किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव मीना देउपा ने लोक अदालत के आयोजन को सफल बनाने में सहयोग करने वाले समस्त न्यायिक अधिकारीगण, कर्मचारीगण, अधिवक्तागण एवं वादकारीगण का आभार व्यक्त किया है।
जिला न्यायाधीश हरिद्वार राजेन्द्र सिंह चौहान ने लोक अदालत में मोटर दुर्घटना के वादों का निस्तारण करते हुये 113 वादो को पक्षकारगण की सहमति के आधार पर निस्तारित किया तथा 11 लाख 65 हजार का प्रतिकर अधिरोपित किया गया। प्रथम अपर जिला जज कंवर अमरेन्द्र सिंह द्वारा मोटर दुर्घटना प्रतिकर वादों सहित कुल-09 वादो को पक्षकारगण की सहमति के आधार पर निस्तारित करते हुए कुल रूपये-तथा 9 लाख 90 हजार का प्रतिकर अधिरोपित किया। चतुर्थ अपर जिला जज वरूण कुमार द्वारा मोटर दुर्घटना प्रतिकर वादों सहित कुल-03 वादो को पक्षकारगण की सहमति के आधार पर निस्तारित करते हुए कुल 6 लाख 35 हजार रूपये का प्रतिकर अधिरोपित किया गया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट हरिद्वार आशुतोष मिश्रा द्वारा कुल-158 आपराधिक वादों को निस्तारित करते हुए कुल रूपये-6,40,950 का अर्थदंड वसूल किया गया। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट हरिद्वार धीरेन्द्र भटट द्वारा कुल-56 आपराधिक वादों को निस्तारित करते हुए कुल रूपये-90,200 का अर्थदंड वसूल किया। प्रथम अपर सिविल जज(एस.डी.)हरिद्वार रजनी शुक्ला सिहं द्वारा कुल-109 वादों को निस्तारित करते हुए कुल रूपये-40,700 का अर्थदंड वसूल किया गया। द्वितीय अपर सिविल जज(एस.डी.)हरिद्वार ज्योति बाला सिहं द्वारा कुल-31 वादों को निस्तारण किया गया। सिविल जज(जे0.डी.)हरिद्वार पायल सिंह द्वारा कुल-05 वादों को निस्तारित किया गया। प्रथम अपर सिविल जज(जे0.डी.)हरिद्वार रविन्द्र देव मिश्रा द्वारा कुल-26 वादों को निस्तारित करते हुए कुल रूपये-18000 का अर्थदंड वसूल किया गया। .द्वितीय अपर सिविल जज(जे.डी.)/जेएम हरिद्वार द्वारा मीनाक्षी शर्मा द्वारा कुल-10 वादों को निस्तारित करते हुए कुल रूपये-10,100 का अर्थदंड वसूल किया गया। तृतीय अपर सिविल जज(जे.डी.)/जेएम हरिद्वार द्वार श्रीमती एश्वर्या बोरा द्वारा कुल-02 वादों को निस्तारण वसूल किया गया। तृतीय (जे.एम)हरिद्वार भारती मांगलानी द्वारा कुल-41 वादों को निस्तारित करते हुए कुल रूपये-18000 का अर्थदंड वसूल किया गया। चतुर्थ अपर सिविल जज(जेडी.)हरिद्वार द्वारा रजनीश मोहन द्वारा कुल-10 वादों को निस्तारित करते हुए कुल रूपये-45000 का अर्थदंड वसूल किया गया। परिवार न्यायालय हरिद्वार योगेश कुमार गुप्ता द्वारा कुल-12 वादों को निस्तारण किया गया। श्रम न्यायालय हरिद्वार शंकर राज द्वारा कुल-01 वादों को निस्तारित करते हुए कुल रूपये-30,136 का अर्थदंड वसूल किया गया। अपर जिला अधिकारी न्यायालय हरिद्वार ललित नारायण मिश्रा द्वारा कुल-08 वादों को निस्तारित करते हुए कुल रूपये-99,487 का अर्थदंड वसूल किया गया। अपर जिला जज रूडकी द्वारा 09 वादो का निस्तारण करते हुए 47,47,000 प्रतिकर अधिरोपित किया गया, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रूडकी द्वारा कुल-53 आपराधिक वादों को निस्तारित करते हुए कुल रूपये- का अर्थदंड, जेएम प्रथम द्वारा 129 वादो को निस्तारण कर 21500, द्वितीय अपर सिविल जज जेडी द्वारा 05 वादो का निस्तारण कर 6000 रू, सिविल जज (एसडी) द्वारा 19 वाद,जेएम द्वितीय द्वारा 52 वाद, अपर परिवार न्यायालय रूडकी द्वारा 22 वादो का निस्तारण वसूल किया गया। प्रथम अपर जिला जज लक्सर द्वारा 01 वाद निस्तारित कर 6,50,000 प्रतिकर अधिरोपित किया गया। सिविल जज (एसडी) न्यायालय लक्सर द्वारा 40 वादो का निस्तारणकर 25,100 रु जेडी लक्सर द्वारा 03 वाद व जेएम लक्सर द्वारा 11 वादो को निस्तारित कर 10000 रू अर्थदण्ड वसूला गया।