सुनील राठी का खास गुर्गा जल्द होगा सलाखों के पीछे, जानिये पूरी खबर




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नवीन चौहान, हरिद्वार। कनखल के लालाओं के लेनदेन के आपसी विवाद में कुख्यात बदमाश सुनील राठी की एंटी शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है। कनखल के तमाम लाला कई दशकों से एक साथ के साथ करोड़ों की नकदी का लेनदेन करते आ रहे है। इन लाला लोगों को एक दूसरे पर पूरा भरोसा भी है। सभी के पारिवारिक संबंध भी है। फिर इन लालाओं के बीच में कौन गद्दार हो गया। जिसने इन लालाओं को कुख्यात सुनील राठी से जेल में मुलाकात करने को मजबूर करा दिया। इस गद्दार का दीदार करने के लिये शहर के तमाम लोग पुलिस कार्रवाई की बड़ी उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहे है। पुलिस इस राज से परदा जल्द ही उठा सकती है। लालाओं के नंबर सुनील राठी तक पहुंचाकर धमकी दिलाने वाला आरोपी जल्द बेनकाव हो जायेगा।
हरिद्वार का सबसे चर्चित प्रकरण कुख्यात सुनील राठी का चल रहा है। इस केस पर हरिद्वार से लेकर राजधानी देहरादून के अलावा पूरे उत्तराखंड के पुलिस अफसरों और कारोबारियों की निगाहे लगी है। एसएसपी कृष्ण कुमार वीके कुख्यात सुनील राठी के आतंक से जनपद वासियों को निजात दिलाने के लिये बहुत फूंक-फूंक कर कदम बढ़ा रहे है। तमाम पुख्ता सबूतों को जुटाया जा रहा है। बतादे कि सुनील राठी प्रकरण में कनखल के प्रॉपर्टी डीलर प्रद्युम्न अग्रवाल व उसके साझेदारों के नाम पर कई मुकदमे दर्ज है। इस सभी मुकदमे में आरोप है कि प्रद्युम्न अग्रवाल ने कुख्यात बदमाश सुनील राठी के नाम से लोगों को डरा धमकाया है। राठी से फोन पर धमकियां दिलाई है। जब इस मुकदमे की विवेचना शुरू हुई तो पुलिस को मालूम चला कि प्रद्युम्न अग्रवाल खुद पीड़ित है। उसको तो खुद सुनील राठी ने धमकियां दी मैसेज किये व्हाट्सअप से संदेश भेजे हैं। इन तमाम धमकियों से डरकर प्रद्युम्न अग्रवाल खुद सुनील राठी से मिलने हरिद्वार जेल पहुंचा था। जब केस की जब परते खुलनी शुरू हुई तो पहली गाज केस की विवेचना कर रहे कनखल सीओ जेपी जुयाल पर गिर गई। उनके खिलाफ एसएसपी ने जांच बैठा दी तथा उनका तबादला जनपद से बाहर देहरादून सीबीसीआईडी हो गया। अब सवाल उठा कि जब प्रद्युम्न खुद पीड़ित है तो प्रद्युम्न का नंबर किसने सुनील राठी को दिया। राठी का संपर्क हरिद्वार में किन-किन लोगों से है। यहां आपको बतादे कि प्रॉपर्टी डीलर प्रद्युम्न अग्रवाल और तमाम उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने वाले सभी पारिवारिक मित्र है। इन सभी लाला लोगों का कई दशकों से करोड़ो का लेनदेन बिना किसी लिखा पढ़ी के चलता है। सभी बनिया समाज से ताल्लुक रखते है तो आपसी संबंध भी मधुर है। इन सभी लालाओं के बीच में खटास की नौबत नहीं आई। प्रॉपर्टी का कारोबार मंदा पड़ गया तो प्रद्युम्न की आर्थिक स्थिति डगमगाने लगी। लेनदारों ने प्रद्युम्न पर रकम के लिये दबाव तो बनाया लेकिन पुलिस तक मामला नहीं पहुंचा। किसी ने प्रद्युम्न के खिलाफ कोई शिकायत पुलिस से नहीं की। फिर अचानक तीन साल बाद लेनदेन के मामले में रातो रात मुकदमे दर्ज होना। सुनील राठी की धमकियां और जेल में मुलाकातों का सार्वजनिक हो जाना कई सवाल खडे़ कर रहा है। जिसके चलते कनखल सीओ रहे जेपी जुयाल पर गाज गिरी। सूत्रों से जानकारी मिली है कि केस अपने मोड पर आ गया है। इस केस से कई चेहरे बेनकाव होने वाले है।