हरिद्वार नगर निगम ने किया लघु व्यापारियों को बेरोजगार




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अनुराग गिरी

हरिद्वार। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ब्लाक अध्यक्ष तरूण नैय्यर के नेतृत्व में नगर निगम पर गलत तरीके से फूल फरोशी ठेके का आवंटन किए जाने व वार्डों में फैल रही अनियमितताओं को लेकर सी.सी.आर.टावर के समीप नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए तरूण नैय्यर ने कहा कि नगर निगम द्वारा फूल फरोशी का ठेका देकर फूल प्रसाद बेचकर रोजी रोटी कमा रहे हजारों लघु व्यापारियों को बेरोजगार कर दिया है। उन्होंने कहा कि लंबे अर्से से हजारों लोग गंगा घाटों पर फूल प्रसाद बेचकर अपने परिवार का पालन कर रहे थे। पूर्व में केवल हरकी पैड़ी पर ही फूल फरोशी का ठेका हुआ करता था। लेकिन मेयर ने नई नीति लागू करते हुए शहर के सभी गंगा घाटों पर होने वाली फूल फरोशी को ठेका प्रथा के अंतर्गत ला दिया। अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए लागू की गई ठेका प्रथा का वितरीत असर हजारों गरीब लघु व्यापारियों पर पड़ा है। उन्होने आरोप लगाया कि निगम लघु व्यापारियों के लिए बनायी फेरी नीति को लागू करने में भी असफल रहा है। अभी तक वेडिंग जोन निर्धारित नहीं किए गए हैं। निगम ने लघु व्यापारियों को काम करने के लिए जगह उपलब्ध कराने के लिए से 100-100 रूपए लेकर फार्म भरवाए थे। उसका भी आज तक कुछ पता नहीं चला। लघु व्यापारी फूल परोशी ठेका निरस्त करने की मांग कर रहे हैं। लेकिन गरीब लघु व्यापारियों की कोई सुध लेने को मेयर तैयार नहीं है। प्रदीप आहूजा व संदीप अग्रवाल ने कहा कि पांच वर्ष के कार्यकाल में भाजपा शासित नगर निगम बोर्ड लोगों को सफाई, पथ प्रकाश व्यवस्था जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने में भी नाकाम रहा है। शहर के तमाम वार्डों में गंदगी का आलम है। सफाई व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा हुई है। चुनावो में राजनीतिक लाभ उठाने के लिए भाजपा नेता मौहल्लों में चक्कर काट रहे हैं। लेकिन भाजपा की नीतियों को समझ चुकी जनता चुनावों में इसका सबक सिखाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा को गरीबों से कोई लेना देना नहीं है। कभी भी अभियान चलाकर गरीब लघु व्यापारियों को बरोजगार कर दिया जाता है। लघु व्यापारियों के हित के लिए बनायी गयी फेरी नीति को भी भाजपा शासित बोर्ड ने लागू नहीं किया। प्रदर्शन करने वालों में हरद्वारी लाल, धु्रव पाठक, अमृत लाल, हन्नी, हरपाल, वीर गिरी, ऋषि तलवार, संदीप अग्रवाल, सूर्यकांत अरोड़ा, प्रिंस साहू, विपिन, मनोज, मन्नू दीक्षित आदि कार्यकर्ता प्रमुख रूप से शामिल रहे।