हेड कांस्टेबल कुशलानंद की मानवता ने जीता दिल — घायल महिला को पहुँचाया अस्पताल




Listen to this article


शराबी ऑटो चालक ने मारी टक्कर, उत्तराखंड पुलिस की संवेदनशीलता बनी मिस

हरिद्वार
उत्तराखंड पुलिस न केवल कानून व्यवस्था की प्रहरी है, बल्कि मानवीय संवेदनाओं की सजीव मिसाल भी है। गुरुवार सुबह हरिद्वार के जगजीतपुर चौकी के सामने घटी एक घटना ने इसे फिर साबित कर दिया।

सुबह करीब साढ़े आठ बजे, सड़क किनारे चल रही एक महिला को शराब के नशे में धुत एक ऑटो चालक ने जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि महिला कुछ दूरी तक घिसटती चली गई और सड़क पर लहूलुहान होकर बेहोश हो गई। महिला का टिफिन सड़क किनारे जा गिरा — जो यह संकेत दे रहा था कि वह रोज़ की तरह मेहनत-मजदूरी के लिए घर से निकली थी।

ऑटो की आवाज सुनते ही चौकी में डयूटी पर तैनात हेड कांस्टेबल कुशलानंद बिना एक पल गंवाए बाहर की ओर दौड़े। उनके पीछे-पीछे चौकी के दारोगा ललित अधिकारी भी मौके पर पहुँचे। दोनों ने तत्काल स्थिति का जायजा लिया — और मानवता की मिसाल पेश करते हुए घायल महिला को गोद में उठाया। राहगीरों की मदद से एक आटो को रूकवाया। जिसमें बैठाकर घायल महिला को पास के आनंदम हॉस्पिटल तक पहुँचाया, जहाँ महिला का इलाज चल रहा है।

वहीं, शराबी ऑटो चालक को पुलिस ने मौके पर ही पकड़ लिया। पूछताछ के दौरान वह बार-बार बड़बड़ाता रहा कि उसने रातभर ऑटो चलाया और सुबह शराब पीकर घर लौट रहा था। पुलिस ने उसे मेडिकल परीक्षण के बाद हवालात में बंद कर दिया है।

स्थानीय लोगों ने हेड कांस्टेबल कुशलानंद और दारोगा ललित अधिकारी की इस तत्परता और संवेदनशीलता की जमकर सराहना की। लोगों का कहना था कि अगर पुलिसकर्मी समय पर मदद न करते, तो महिला की जान भी जा सकती थी।

यह घटना न केवल पुलिस की तेज कार्रवाई का उदाहरण है, बल्कि यह भी दिखाती है कि मित्रता, सेवा और सुरक्षा के मूल मंत्र को उत्तराखंड पुलिस पूरी निष्ठा से निभा रही है।