उत्तराखंड के तीन जिलों में भारी बारिश और भूस्खलन से तबाही




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न्यूज 127.
उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी है। शुक्रवार को अलग-अलग जगहों पर बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं। इन आपदाओं में भारी जानमाल के नुकसान की बात कही जा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रंबधन के लिए अधिकारियों के साथ हाईलेबल मीटिंग की और उन्हें प्रभावित स्थानों पर तत्काल राहत बचाव कार्य तेजी से शुरू करने के निर्देश दिये।
जानकारी के अनुसार रुद्रप्रयाग जिले के टेंडवाल गांव में मलबे में दबने से एक महिला की मौत होने की सूचना सामने आयी है। जबकि 18 से 20 लोग यहां लापता बताए जा रहे हैं। वहीं चमोली जिले के देवाल ब्लॉक में भी बादल फटा है। जिसमें पति-पत्नी लापता हैं और दो लोग घायल हो गए, साथ ही 20 मवेशी मलबे में दबे होने की सूचना है।
जनपद रुद्रप्रयाग, चमोली और टिहरी के कुछ क्षेत्रों में बादल फटने की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों से फोन पर वार्ता कर राहत एवं बचाव कार्यों को त्वरित गति से संचालित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि प्रभावित लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए और किसी भी प्रकार की देरी न हो। टिहरी के भिलंगना ब्लॉक के गेंवाली गांव पर भी बादल फटा है। गनीमत यह रही कि यहां किसी भी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है। इसके अलावा रुद्रप्रयाग में भी बादल फटा है। यहां जखोली ब्लॉक के छेनागाड़, बांगर सहित कई जगहों पर अतिवृष्टि से व्यापक नुकसान हुआ है। बृहस्पतिवार रात को तहसील देवाल के मोपाटा में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। कुछ घरों के मलबे में दबे होने की सूचना है। कर्णप्रयाग में मूसलाधार बारिश के चलते कालेश्वर में ऊपर पहाड़ से मलबा आया है जो लोगों के घरों में घुस गया।