Patanjali के आयुर्वेद भवन का सीएम त्रिवेन्द्र ने किया उदघाटन, जानिए पूरी खबर




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नवीन चौहान
हरिद्वार। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत नेरूड़की स्थित पतंजलि आयुर्वेद महाविद्यालय के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया। उद्घाटन कार्याक्रम महाविद्यालय के वार्षिकोत्सव के अवसर आयोजित हुआ। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, आयुष मंत्री डा. हरक सिंह रावत, उच्च शिक्षा मंत्री डा. धनसिंह रावत, आचार्य बालकृष्ण, सचिव आयुष मंत्रालय भारत सरकार पद्मश्री वैद्य राजेश कुटिजा एवं जिलाधिकारी दीपक रावत, एसएसपी कृष्ण कुमार वीके सहित अनेक प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। आचार्य बालकृष्ण ने मुख्यमंत्री को अवगत कराते हुए बताया कि पतंजलि को पांच भारतीय जड़ी बूटियों के सर्वाधिक प्रयोग से औषधी निर्माण के लिए गोल्डन बुक ऑफ विश्व रिकार्ड के तरफ से सर्टिफिकेट प्रदान किया गया है।

पतंजलि आयुर्वेद के क्षेत्र में अनुसंधानपरक कार्य कर विश्व कल्याण की भावना से कार्य कर रहा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि पतंजलि एक विद्युत उत्पादन यंत्र की तरह कार्य कर रहा है। जिससे कई प्रकार की लाभकारी औषधियों का निर्माण किया जा रहा है। पतंजलि ने आयुर्वेद और योग को विश्व में स्थापित करने में महत्वूपर्ण योगदान दिया है। आयुर्वेद समाज के अमीर गरीब सभी वर्गों के लिए सुलभ चिकित्सा पद्धती है। जिससे सभी को स्थायी निदान प्राप्त होता है। देश आज परिवर्तन को अनुभव कर रहा है। सम्पूर्ण विश्व में अपने आध्यात्मिक, आयुर्वेदिक, साहित्यक, वैदिक ज्ञान के कारण एक विशेष पहचान बना चुका है।

यह भारत की विश्व में पुर्नस्थापना का काल है। दुनिया के अनेक देश मानसिक और आध्यात्मिक शांति के लिए भारत का अनुसरण कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुर्वेद को पूर्ण रूप् से स्थापित करने के लिए पतंजलि और राज्य सरकार शोध के क्षेत्र में बहुत कार्य करने की आवश्यकता बतायी। जिसके लिए उत्तराखण्ड सरकार आयुष विभाग के साथ मिलकर योजना बना चुकी है। शीघ्र ही इस पर कार्य शुरू किया जायेगा। स्वामी रामदेव ने कहा कि पतंजलि आयुर्वेदिक चिकित्सालयों मे चिकित्सा ले रहे रोगियों का रियल टाइम डाटा संग्रह कर उपचार कर रहा है। जिसके काफी सकारात्मक परिणाम हमें मिल रहे है।

इसी कड़ी में अब दूसरा काम आयुर्वेदिक औषधियों को एविडेंस बेस मेडिसिन को मान्यता दिलाना है। उन्होंने कहा कि भारत ऋषि मुनियों की भूमि है। इस ऋषि परम्परा, तथा भारतीय संस्कृति एवं वेदों के ज्ञान को अक्षुण बनाये रखने के लिए पतंजलि विश्वविद्यालय कई युवा ब्रम्हचारियों को देश में वैदिक साम्राज्य की प्रतिष्ठा और रक्षा के लिए तैयार करेगा। आयुष एवं वन मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि योग एवं आयुर्वेद का उल्लेख वेदों उपनिषदों एवं पुराणों में प्राचीन समय से ही है। स्वामी रामदेव ने योग एवं आयुर्वेद को विश्व स्तर पर नई पहचान दिलाई है। अन्तराष्ट्रीय योग दिवस की उत्पति का श्रेय भारत को जाता है। उन्होंने कहा कि पतंजलि योगपीठ ने आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को वैज्ञानिक तरीके से करने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कोटद्वार के निकट चरक डाण्डा में देश का पहला आयुर्वेद शोध संस्थान बनाने का निर्णय लिया है।

शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि योग एवं आयुर्वेद के क्षेत्र में देश जिस तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है उसमें पतंजलि योगपीठ का बड़ा योगदान है। पतंजलि के प्राकृतिक उत्पादों ने भारत को विश्व पटल पर नई पहचान दिलाई है। इस अवसर पर पूर्व अध्यक्ष मण्डी समिति संजय चोपड़ा, नरेश शर्मा सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।