नवीन चौहान.
एक नाबालिग बच्चे के साथ एक भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट का विशेष न्यायधीश डेढ़ महीने से कुकर्म कर रहा था। उसकी अश्लील वीडियो बनाकर उसे धमकी दे रहा था। बच्चे से कह रहा था कि यदि किसी को बताया तो वह उसे भाई को जेल भिजवा देगा और उसकी मां के साथ भी गलत काम करेगा।
पीड़ित बच्चे की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी जज के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। वहीं इस मामले के सामने आने के बाद हाईकोर्ट ने आरोपी जज को तत्काल निलंबित कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भरतपुर के मथुरा गेट थाने में रविवार को एक महिला ने एक विशेष जज और उनके दो कर्मचारियों के खिलाफ अपने नाबालिग बेटे के साथ कुकर्म करने का मामला दर्ज कराया।
जानकारी के अनुसार पीड़ित बच्चे की उम्र 14 साल है। उधर, देर शाम जोधपुर हाईकोर्ट ने आरोपी मजिस्ट्रेट को निलंबित कर दिया। इस संबंध में राजस्थान सिविल सर्विस 1958 के रूल्स 13 के तहत तुरंत प्रभाव से आदेश जारी कर दिया गया है।
मथुरा गेट थाने पहुंची पीड़ित बच्चे की मां ने शिकायत दर्ज कराते हुए मजिस्ट्रेट के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। महिला का आरोप है कि मजिस्ट्रेट बच्चे को डरा-धमका कर डेढ़ महीने से उसके साथ कुकर्म कर रहा था। दो दिन पहले इस पूरे मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद उसने पुलिस के पास जाने का निर्णय लिया।
बताया जा रहा है कि 14 साल का यह बच्चा शहर के कंपनी बाग स्थित डिस्ट्रिक क्लब में टेनिस खेलने जाता था। वहीं पर भरतपुर के कई अधिकारी और भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट के विशेष न्यायाधीश जितेंद्र गुलिया भी आते थे। उन्होंने पहले बच्चे से जान-पहचान बढ़ाई और फिर उसे अपने घर ले जाने लगे।
घर पर एक दिन आरोपी जज ने बच्चे को कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ पिलाकर उसे बेहोश कर दिया और उसके साथ कुकर्म किया। उसके बाद उसकी वीडियो बनाकर उसे ब्लैक मेल कर उसके साथ कुकर्म करने लगा।
मथुरा गेट थाना अधिकारी रामनाथ गुर्जर के मुताबिक एक महिला ने अपने बच्चे के साथ कुकर्म का मामला दर्ज करवाया है। महिला का कहना है कि उसके बच्चे के साथ सामूहिक कुकर्म हुआ है। बच्चे की उम्र कम होने के कारण मामला पॉक्सो एक्ट में दर्ज किया गया है, जिसकी जांच सीओ सिटी सतीश वर्मा कर रहे हैं।


