हरिद्वार कुंभ में भाग नही लेगा जूना अखाड़ा — उज्जैन और नासिक कुंभ को लेकर हुई व्यापक चर्चा




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राज्य के विकास में भी सहयोग करेगा अखाड़ा — धर्मजागरण अभियान और सामाजिक सेवा को मिलेगा नया आयाम

न्यूज127
भैरव जयंती के पावन अवसर पर माया देवी मंदिर परिसर में श्री पंच दसनाम जूना अखाड़ा की महत्वपूर्ण बैठक बड़े ही धार्मिक और अनुशासित वातावरण में संपन्न हुई। यह बैठक जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज के दिशा-निर्देश और देखरेख में आयोजित की गई।

बैठक की अध्यक्षता अखाड़े के सभापति महंत मोहन भारती महाराज ने की, जबकि संचालन वरिष्ठ अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज द्वारा किया गया। बैठक की शुरुआत सभी संतों ने भैरव बाबा की पूजा-अर्चना से की, जिसके बाद देश और राज्य में हाल ही में हुए आतंकी हमलों व प्राकृतिक आपदाओं में मारे गए लोगों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। साथ ही, ब्रह्मलीन संतों को भी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

महाकुंभ के बाद अखाड़े की पहली बड़ी बैठक
सिद्धपीठ श्री दूधेश्वरनाथ मठ महादेव मंदिर के पीठाधीश्वर एवं जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने बताया कि यह बैठक महाकुंभ मेले के बाद जूना अखाड़े की पहली औपचारिक बैठक थी। इसमें भविष्य के अर्धकुंभ और महाकुंभ आयोजनों को लेकर विस्तृत विमर्श किया गया।

अर्धकुंभ को ऐतिहासिक बनाने की तैयारी
श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने बताया कि वर्ष 2027 में उज्जैन और नासिक में होने वाले कुंभ मेलों को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि दोनों कुंभ मेलों के चलते हरिद्वार अर्धकुंभ मेले में अखाड़े की पूर्ण भागीदारी भले संभव न हो, परंतु जूना अखाड़ा हरिद्वार अर्धकुंभ को ऐतिहासिक और सफल बनाने में हरसंभव सहयोग करेगा।

राज्य के विकास में भी आगे आएगा जूना अखाड़ा
बैठक में श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने घोषणा की कि जूना अखाड़ा उत्तराखंड के विकास में राज्य सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करेगा। इसके तहत स्कूल-कॉलेज, सड़क, अस्पताल और सामुदायिक केंद्रों की स्थापना में आर्थिक सहयोग प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड से पलायन रोकने और युवाओं के लिए रोजगार के साधन विकसित करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे। साथ ही गांव-गांव जाकर धर्मजागरण अभियान चलाया जाएगा ताकि समाज में हिंदू एकता और सांस्कृतिक चेतना को सशक्त किया जा सके।

अखाड़े की भूमि पर विकास कार्य होंगे तेज
खेरा मणि गांव में अखाड़े की भूमि पर चारदीवारी निर्माण, पुराने भवनों के पुनर्निर्माण और ब्रह्मलीन विद्या भारती महाराज, रंधीर भारती महाराज सहित सभी गुरु-मूर्तियों की समाधियों के निर्माण का भी निर्णय लिया गया।
इसके साथ ही, दत्त भगवान की चरण पादुका का एक भव्य मंदिर निर्मित किया जाएगा, जो भक्तों और संतों के लिए श्रद्धा का प्रमुख केंद्र बनेगा।

अखाड़े की कार्यकारिणी ने दी सक्रिय उपस्थिति
बैठक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रीमहंत केदारपुरी महाराज, उपाध्यक्ष श्रीमहंत विद्यानंद सरस्वती महाराज, महामंत्री श्रीमहंत महेश पुरी महाराज एवं श्रीमहंत शैलेंद्र गिरि महाराज, सचिव श्रीमहंत कंचन गिरि महाराज, श्रीमहंत ओम भारती महाराज और श्रीमहंत मृत्युंजय पुरी महाराज सहित रमता पंच, शंभू पंच, श्री पंच के श्रीमहंत, महंत, थानापति, कोतवाल एवं बड़ी संख्या में साधु-संत उपस्थित रहे।