नवीन चौहान, हरिद्वार। उत्तराखण्ड के वित्त व आबकारी मंत्री प्रकाश पंत ने कहा कि तीन हजार वर्ष पूर्व देववाणी संस्कृत के उत्थान की जरूरत है। सरकार संस्कृत के उत्थान के लिए कार्य कर रही है। 125 करोड़ की जनसंख्या वाले देश में संस्कृत बोलने वालों की संख्या मात्र 14133 रह गई है, जो कि चिंता का विषय है। भाजपा सरकार ने ही संस्कृत के उत्थान के लिए इसे द्वितीय राजभाषा का दर्जा दिया है। संस्कृत के उत्थान व उद्धार के लिए प्रदेश सरकार कृतसंकल्प है और इसको बढ़ावा देने के लिए कार्य कर रही है। समाज को भी इसमें आगे आने की जरूरत है।
सोमवार को कनखल स्थित दादूबाग में आयोजित में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने आए वित्त व आबकारी मंत्री प्रकाश पंत ने पत्रकारों से बात करते हुए अपनीबात कही। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने खनन को लेकर पारदर्शी नीति बनाई है, उस खनन नीति को मंत्री परिषद ने मंजूरी दे दी है। खनन के लिए ऑन लाईन ओवदन किया जाएगा। वैज्ञानिक तरीके से उप खनिजों का चुगान होगा। उन्होंने शराब को लेकर कहा कि पूर्व की सरकारों के निर्णय में कुछ दिक्कतें थीं, जिनको दूर कर लिया गया है। राज्य में शराब की 509 दुकानें हैं। जिनमें से एक-दो दुकानों को लेकर विवाद है। वार्ता कर उस समस्या का भी समाधान कर लिया जाएगा। श्री पंत ने कहा कि जगजीतपुर ठेका विवाद के लिए जिलाधिकारी से रिपोर्ट मांगी जाएगी। यदि शराब का ठेका नीति के अनुरूप होगा तो उसे नहीं हटाया जाएगा।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री फारूख अब्दुल्ला व फिल्म अभिनेता ऋषि कपूर के गुलाम कश्मीर को पाकिस्तान का बताए जाने के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि यह राष्ट्रवादी मानसिकता का परिचायक नहीं है। केन्द्र की भाजपा सरकार अखण्ड भारत की परिकल्पना करती है। और गुलाम कश्मीर भारत का अंग है।
खनन को लेकर पारदर्शी नीति मंत्री परिषद की मंजूरी, जानिए पूरी खबर


