मीजेल्स रूबैला के खात्मे को डीएवी का शत प्रतिशत योगदान,जानिये पूरी खबर




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नवीन चौहान

हरिद्वार । डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल के बच्चों को मीजेल्स रूबैला के टीके लगाये गये। नर्सरी से कक्षा पांच के 1596 बच्चों का टीकाकरण किया गया। जबकि 340 बच्चे स्कूल नहीं पहुंचने के कारण टीकाकरण से वंचित रहे गये। स्कूल के प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित और स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकाओं ने टीकाकरण अभियान को सफल बनाने में सहयोग किया। स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों की टीम ने स्कूल प्रशासन के सहयोग की सराहना की है।
भारत सरकार की महत्वकांक्षी योजना मीजेल्स रूबैला व खसरा के टीकाकरण अभियान स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाया जा रहा है। बच्चों को जानलेवा बीमारियों से निजात दिलाने के लिये स्वास्थ्य विभाग की टीम आशाओं की मदद से स्कूलों में जाकर बच्चों का टीकाकरण कर रही है। इसी कडी में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कनखल जगजीतपुर स्थित डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल में दूसरे चरण में नर्सरी से कक्षा पांच तक के बच्चों का सोमवार को टीकाकरण किया गया। स्कूल प्रशासन की ओर से बच्चों को उनके अभिभावकों को स्कूल बुलाया गया। जहां 1596 बच्चों को टीके लगाये गये। डीएवी स्कूल के प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित ने बताया कि करीब 83फीसदी बच्चों को टीकाकरण हुआ है। टीके से वंचित रहने वाले बच्चों के अभिभावकों को सूचना देकर बच्चों का टीकाकरण कराने के लिये प्रेरित किया जायेगा। इससे पूर्व कक्षा 6 से 15 साल तक के बच्चों का टीकाकरण कराया गया था। मिशन रूबैला को सफल बनाने में जुटे डॉ शशिकांत ने बताया कि डीएवी स्कूल ने बच्चों व अभिभावकों को रूबैला के लिये काफी जागरूक किया। जिसके चलते बच्चों ने बढचढ कर टीके लगवाये है। स्कूल की ओर से चिकित्सकों के लिये समुचित व्यवस्था की गई। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों को मिशन को सफल बनाने में इसी तरह सहयोग करना चाहिये। ताकि बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाया जा सके।