धर्मनगरी में सीबीआई क्यों हो जाती है फेल, जानिए पूरी खबर




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हरिद्वार। भारत की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई हरिद्वार में फेल है। भारत के जटिल प्रकरणों की तफ्तीश को सीबीआई को सुपुर्द किया जाता है। लेकिन अगर तीर्थनगरी हरिद्वार की बात करें तो अभी तक के जितने भी मामले सीबीआई को सुपुर्द किए गए है उसमें वह फेल साबित हुई है। हरिद्वार के प्रकरणों में सीबीआई किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। यही कारण है कि महंत मोहनदास की गुमशुदगी के प्रकरण को संत समाज सीबीआई के सुपुर्द करने से किनारा कर रहा है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरिगिरि महाराज से जब महंत मोहनदास के केस को सीबीआई जांच कराने के संबंध में पूछा गया तो उन्होंने साफ इंकार कर दिया।
धर्मनगरी में होने वाले कई गुमशुदगी के प्रकरणों ने सीबीआई की मुश्किलों को बढाया है। सीबीआई को सुपुर्द किये गये कई केस आज भी फाइलों में ही कैद है। योगगुरु स्वामी रामदेव के गुरु शंकरदेव, पुलिस अधिकारी सीओ धूम सिंह तोमर, पथरी रेप मर्डर मिस्त्री की गुत्थी आज भी अनसुलझी है। आचार्य बालकृष्ण के फर्जी पासपोर्ट मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी। जिसका परिणाम भी शून्य ही रहा। सीबीआई स्वंय पुलिस महकमे के एक लापता हुए अधिकारी धूम सिंह तोमर का कोई सुराग नहीं लगा पाई। ऐसे ही पथरी क्षेत्र के एक बालिका के रेप के बाद हत्या की गुत्थी आज तक सीबीआई नहीं सुलझा पाई। इन सब सीबीआई के नजीतों को ध्यान में रखते हुये संत समाज कोठारी महंत मोहनदास की गुुमशुदगी के केस को सीबीआई को सुपुर्द किये जाने को लेकर भ्रम की स्थिति में है।

विदित हो कि योगगुरु बाबा रामदेव के गुरु शंकरदेव व पुलिस अधिकारी धूम सिंह तोमर भी संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुए थे। जिनके जूते नहर किनारे मिले थे। इन मामलों की सीबीआई जांच की संस्तुति की गई थी। किन्तु जांच में सीबीआई के हाथ खाली। वहीं आचार्य बालकृष्ण के दस्तावेज की जांच भी सीबीआई को सौंपी गई थी। आज तक सीबीआई आचार्य बालकृष्ण से संबंधित दस्तावेज भी नहीं ढूढ पाई। ऐसे में कोठारी महंत की तलाश सीबीआई कर ही लेगी कहना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद व समस्त संत समाज लापता कोठारी मोहनदास के अखाड़ों के संतों के साथ है। जैसा अखाड़े के संतों का आदेश होगा अखाड़ा परिषद हमेशा तैयार है। कहा कि जब उदासीन बड़ा अखाड़े के संत एसटीएफ व पुलिस की जांच से संतुष्ट है। तो अन्य संत कैसे सीबीआई जांच के लिए सरकार पर दवाब बना सकते हैं।

सीबीआई जांच से क्यों पीछे हट रहे हैं संत
हरिद्वार। श्री पंचायती अखाड़ा उदासीन के कोठारी महंत मोहनदास महाराज का 19 दिनों बाद भी आज तक कुछ पता नहीं चल पाया है। कोठारी मोहनदास की तलाश में पुलिस की टीम गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश व नेपाल के इलाकों को भी छान चुकी है। किन्तु मोहनदास का कुछ पता नहीं चल पाया है। बड़ा सवाल यह कि कोठारी मोहनदास की गुमशुदगी के बाद से ही प्रदेश सरकार सीबीआई जांच की बात संतों से कह चुकी है। मंगलवार को तीसरी बार प्रदेश के काबिना मंत्री मदन कौशिक ने हरकी पैड़ी पर आयोजित संतो ंके धरने के दौरान तीसरी बार सीबीआई जांच की बात कही। किन्तु इस बार भी उदासीन बड़ा अखाड़े के संतों ने सीबीआई जांच से इंकार कर दिया। सवाल पैदा होता है कि आखिर अखाड़े केसंत सीबीआई जांच क्यों नहीं करवाना चाहते। जबकि प्रदेश सरकार इसी संस्तुति के लिए राजी है। संत हर बार आदांेलन की सरकार को चेतावनी देते आ रहे है। और हर बार अपने कदम पीछे खींच लेते हैं। आखिर क्या वजह है कि उदासीन अखाड़े के संत सीबीआई जांच नहीे करवाना चाहते।