हरिद्वार में केवल ग्रीन पटाखे ही​ बिकेंगे, ऐसे करें पहचान




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नवीन चौहान
दीपावली को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए शासन ने बड़ा कदम उठाया है। दिल्ली, नोएडा और हरियाणा एनसीआर क्षेत्र की भांति हवा प्रदू​षित न हो, इससे बचाने के लिए ग्रीन पटाखों की बिक्री की अनुमति दी गई। शासन के आदेश को प्रभावी करने को जिलाधिकारी सी रविशंकर ने निर्देश जारी कर दिए हैं।
ग्रीन पटाखे पारंपरिक पटाखे की तुलना में आकार में छोटे होते हैं। ग्रीन पटाखे कम हानिकारक कच्चे माल का उपयोग करके उत्पादित किए जाते हैं और इसमें एडिटिव्स होते हैं जो धूल को दबाकर उत्सर्जन को कम करते हैं।
ग्रीन पटाखे में लिथियम, आर्सेनिक, बेरियम और लेड जैसे प्रतिबंधित रसायन नहीं होते हैं। उन्हें सेफ वॉटर रिलीजर, सेफ थर्माइट क्रैकर और सेफ मिनिमल एल्यूमीनियम क्रैकर्स कहा जाता है। ग्रीन पटाखे जल वाष्प छोड़ते हैं और धूल के कणों को बढ़ने नहीं देते हैं। इन पटाखों पर क्यूआर कोड अंकित होगा। सिटी मजिस्ट्रेट जगदीश लाल ने बताया कि ग्रीन क्रैकर के पैकेट पर क्यूआर कोड उपभोक्ताओं को नकली को पहचानने में मदद करेगा।