बीएमडीएवी में खिलाड़ियों ने दिखाया अपनी प्रतिभा का हुनर, जीती प्रतियोगिता




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न्यूज 127.
डीएवी स्पोर्टस, डीएवी कॉलेज मैनेजिंग कमेटी, नई दिल्ली के तत्वावधान में राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिता का भव्य एवं उत्साहपूर्ण आयोजन बीएमडीएवी पब्लिक स्कूल भूपतवाला हरिद्वार में किया गया। जिसमें उत्तराखंड के डीएवी विद्यालयों से छात्र – छात्राओं ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। डीएवी की संस्थाओं का प्रयास बच्चों की समृद्ध शिक्षा के साथ-साथ उनका चहुंमुखी विकास करना है।

पद्मश्री डाॅ.पूनम सूरी जी, प्रधान,डीएवी कॉलेज मैनेजिंग कमेटी, नई दिल्ली के मार्गदर्शन में यह आयोजन हुआ। उनका यह स्पष्ट मत है कि “मानसिक और आत्मिक विकास तभी संभव है जब शरीर स्वस्थ और सशक्त हो।” डीएवी संस्थाओं का उदेश्य सदैव विद्यार्थियों के सर्वागीण विकास पर केंद्रित रहा है- जिसमें शिक्षा के साथ खेलकूद एवं शारीरिक विकास को भी समान महत्व दिया जाता है।

बच्चों में इसी खेल प्रतिभा को निखारने और राष्ट्रीय स्तर की टीम का चयन करने के लिए बीएम डीएवी पब्लिक स्कूल, भूपतवाला, हरिद्वार में राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। पूरे आयोजन में खेल भावना, जोश और सौहार्द की झलक स्पष्ट रूप से दिखाई दी। जिसमें उत्तराखंड के आठ डीएवी विद्यालयों जोन ‘ए’ (बीएम डीएवी हरिद्वार, डीएवी जगजीतपुर, डीएवी देहरादून, डीएवी कोटद्वार) और जोन ‘बी’ (डीएवी काशीपुर, डीएवी हल्द्वानी, डीएवी बाजपुर, डीएवी रुद्रपुर) के लगभग 166 प्रतिभागियों ने पूरे जोश और उत्साहपूर्ण प्रतिभाग किया। जिसमें टेबल टेनिस, ताइक्वांडो, वूशु, कराटे और योगा खेल शामिल रहे।

ध्वजारोहण एवं शपथ समारोह से कार्यक्रम का शुभारंभ  
ध्वजारोहण के  पश्चात डीएवी गान से प्रांगण गुंजायमान हो उठा। विद्यालय की हेड गर्ल श्रेया पडियारी और हेड बॉय युवराज ने सभी खिलाड़ियों को ईमानदारी, अनुशासन और एकता की भावना से खेलने की शपथ दिलाई। खिलाड़ियों के मार्च पास के बाद सभी खिलाड़ियों ने ईमानदारी, लगन, कर्मठता व मानसिक सुदृढ़ता के बल पर राज्य स्तर पर विजय प्राप्त करने और राष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखंड की पहचान को दर्ज कराने का संकल्प लिया।

बीएम डीएवी पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्या लीना भाटिया ने कहा कि – “खेल सबके भीतर छुपी प्रतिभा को निखारने का एकमात्र तरीका है। खेल सभी को चरित्रवान बनाते हैं तथा नियमों का अनुसरण कर  यह आपको यह जानना सिखाते हैं कि जीतने के लिए संघर्ष कितना आवश्यक है।” उन्होंने कहा कि -“खेलों में भाग लेने से मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है, तनाव और चिंता कम होती है और साथ ही आत्म-सम्मान और आत्मविश्वास बढ़ता है। खेल व्यक्तिगत विकास और आत्म-खोज के अवसर प्रदान करते हैं, जिससे छात्रों को अपनी क्षमता तलाशने और अपनी सीमाओं से आगे बढ़ने का मौका मिलता है।”

डीएवी क्लस्टर के निर्णायक मंडल की अध्यक्षता में सभी खेलों के परिणाम घोषित किए गए।
इस खेल महोत्सव के सभी खेलों में विभिन्न आयु वर्ग के सभी छात्र – छात्राओं ने 120 स्वर्ण पदक, 30 रजत पदक और 16 कांस्य पदक प्राप्त किए। सभी छात्रों के उत्साह व जोश भरे स्वर से प्रांगण गुंजायमान हो गया।