नवीन चौहान
उत्तराखंड के पुलिसकर्मी पुराने ग्रेप पे की मांग पर अडिग है। पुलिसकर्मियों ने एएसआई का पद भी नामंजूर कर दिया है। डीजीपी अशोक कुमार ने भी पुलिसकर्मियों को उनके साथ न्याय दिलाने का भरोसा दिया। डीजीपी अशोक कुमार के मुताबिक वह पुलिसकर्मियों को 4600 ग्रेड पे देने का प्रस्ताव पूर्व में ही शासन को भेज चुके है। वही पुलिसकर्मियों के समर्थन में तमाम विधायक आ खड़े हुए है। ऐसे में वित्त विभाग की धीमी कार्यप्रणाली से पुलिसकर्मियों में असंतोष है। हालांकि अनुशासन में बंधे होने के चलते पुलिसकर्मी नियमों में रहकर ही अपनी बात पुलिस के आलाधिकारियों तक पहुंचा रहे है। फिलहाल गेंद शासन के पाले में है।
उत्तराखंड पुलिस के साल 2000 बैंच के पुलिसकर्मी 4600 ग्रेड पे की मांग कर रहे है। इसी प्रकरण का समाधान निकालने के लिए पुलिस के आलाधिकारियों ने कई पुलिसकर्मियों से बातचीत की। उनकी राय को जाना समझा। लेकिन पुलिसकर्मी पुराने ग्रेड पे की मांग पर अडिग है। खुद डीजीपी अशोक कुमार, एडीजी अभिनव कुमार और आईजी संजय गुंज्याल तक पुलिसकर्मियों का मन टटोल चुके है। शासन की ओर से भेजे गए प्रस्ताव को लेकर पुलिसकर्मियों का समझाने का प्रयास किया गया। लेकिन पुलिसकर्मी अपनी मांग पर अडिग है। जिसके बाद से पुलिस मामले का समाधान तलाशे का प्रयास किया जा रहा है। शासन स्तर से इस मुददे का हल निकलना है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की ओर से हरी झंडी मिलने का इंतजार है। ऐसे में पुलिसकर्मियों को भी अपने नए मुख्यमंत्री से काफी उम्मीद है। कोरोना संक्रमण काल में मानव सेवा के रूप में एक अलग छवि पेश कर रहे उत्तराखंड के जवानों के लिए सरकार और शासन को सकारात्मक रूख अपनाने की जरूरत है।
पुलिसकर्मियों को एएसआई का पद नामंजूर, 4600 ग्रेप पे पर अड़े जवान


