नवीन चौहान
ट्रैन हादसे में चार युवकों की मौत की खबर सुनकर हरिद्वार सहित समूचा उत्तराखंड शोक में डूब गया था। चार घरों के चिराग बुझ गए थे। इस हादसे की वजह को हर कोई जानने का प्रयास कर रहा था। आखिरकार घटना कैसे हुई। हादसे का जिम्मेदार कौन है। लेकिन इसी बीच न्यूज 127 की टीम ने एक युवक ने खोज निकाला है। जिसने अपनी खुली आंखो से इस दर्दनाक हादसे को देखा। चश्मदीद हृदयेश ने बताया कि चारों युवक आपस में बातचीत करते हुए जा रहे थे। चारों युवकों को यह बिलकुल भी अंदाजा नही था कि इस नई रेलवे ट्रैक पर ट्रैन का ट्रायल चल रहा है। वह बातों में मशगूल थे। बीच—बीच में अपना मोबाइल देख रहे थे। लेकिन तेज स्पीड की चपेट में चारों युवक आ गए।
हादसे के चश्मदीद हृदयेश राणा फाटक के समीप ही किराए के घर में रहते है। हादसे के वक्त हृदयेश रेलवे लाइन के किनारे पर ही था। उसने बताया कि चारों युवक एक्कड़ की तरफ से हरिद्वार दिशा की तरफ चल रहे थे। दो युवक आगे दो पीछे थे। रेल की स्पीड बहुत तेज थी।
बताते चले कि जबकि मरने वाले चारों युवक सीतापुर गांव के निवासी थे। जो रोजाना की तरह की घूमने निकले थे। लेकिन हादसे के वक्त नई रेलवे लाइन पर ट्रैन का ट्रायल चल रहा था। चारों युवक इस ट्रायल से पूरी तरह से बेखबर थे। वह सामान्य कदमों से कदमताल करते हुए आपस में बातचीत करते हुए तथा अपने मोबाइल को देखते हुए जा रहे थे।
हरिद्वार ट्रैन हादसे की हकीकत,चार युवकों की दर्दनाक मौत का चश्मदीद गवाह,देंखे वीडियो

