सेना-आईटीबीपी-एनडीआरएफ की टीमों की संयुक्त मुस्तैदी, हेलिकॉप्टर से जारी राहत कार्य, हर प्रभावित व्यक्ति तक पहुंच रही मदद
संवाददाता: ठाकुर सुरेंद्र पाल सिंह
उत्तरकाशी/धराली।
धराली-हर्षिल आपदा क्षेत्र में राहत और बचाव कार्य लगातार तेज़ी पकड़ रहे हैं। जिलाधिकारी प्रशांत आर्य स्वयं घटनास्थल पर मौजूद रहकर रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में प्रशासन, सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस-राजस्व विभाग की टीमें पूरी मुस्तैदी से युद्धस्तर पर काम कर रही हैं।
गंगोत्री, हर्षिल और झाला में फंसे तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकालने का काम जारी है। हर्षिल हैलीपैड से इन यात्रियों को हेलिकॉप्टर के माध्यम से मातली हैलीपैड पहुंचाया जा रहा है, जहाँ से उन्हें उनके गंतव्य के लिए रवाना किया जा रहा है। खबर लिखे जाने तक कुल 275 तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। हर्षिल राहत शिविर में फंसे लोगों के लिए खाद्य, पेयजल और चिकित्सा की समुचित व्यवस्था की गई है।
जिलाधिकारी आर्य ने जानकारी दी कि गंगोत्री में रुके तीर्थयात्रियों को चिनूक हेलिकॉप्टर से निकाला जा रहा है, जबकि हर्षिल और झाला के यात्रियों को अन्य हेलिकॉप्टरों के माध्यम से मातली भेजा जा रहा है। हर प्रभावित व्यक्ति तक राहत सामग्री और स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने का प्रयास युद्धस्तर पर जारी है।
धराली क्षेत्र में बिजली, पानी और संचार सेवाओं की बहाली के लिए संबंधित विभाग पूर्ण संसाधनों के साथ काम कर रहे हैं। एनडीआरएफ द्वारा अस्थायी वाईफाई सुविधा के माध्यम से नेटवर्क कनेक्टिविटी बहाल करने का प्रयास किया गया है। प्रभावित परिवारों के लिए सामुदायिक किचन की व्यवस्था की गई है, जहां नियमित रूप से भोजन वितरित किया जा रहा है। हेलीकॉप्टर से राहत सामग्री हर्षिल भेजी गई है, जिसे SDRF की सहायता से प्रभावित परिवारों को वितरित किया जा रहा है।
शासन स्तर से नियुक्त अधिकारी आईएएस गौरव कुमार और आईपीएस अमित श्रीवास्तव भी धराली में डटे हुए हैं। उन्होंने प्रभावित परिवारों से मिलकर हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया और कहा कि शासन-प्रशासन पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहा है। उनकी प्राथमिकता हर ज़रूरतमंद तक तत्काल सहायता पहुंचाना है। वहीं, एसपी सरिता डोबाल, एसडीएम शालिनी नेगी समेत अन्य अधिकारी भी लगातार राहत प्रयासों की निगरानी में लगे हैं।
वरिष्ठ आईएएस अधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने आपदा कंट्रोल रूम पहुंचकर राहत व बचाव कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में राहत सामग्री भेजी जाए और सड़क, विद्युत, संचार सेवाएं बहाल करने हेतु प्रभावी कार्ययोजना तैयार कर उस पर तत्काल अमल किया जाए।
धराली-हर्षिल क्षेत्र में सरकार, प्रशासन और सुरक्षाबलों का यह समन्वित प्रयास हर एक ज़िंदगी को सुरक्षित करने और सामान्य स्थिति बहाल करने की दिशा में लगातार आगे बढ़ रहा है।