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हरिद्वार में साइबर ठगों ने सिंचाई विभाग के रिटायर्ड इंजीनियर को डिजिटल अरेस्ट कर डेढ़ करोड़ की ठगी कर ली। पांच दिन तक रिटायर्ड इंजीनियर को डिजिटल अरेस्ट करके रखा गया। इस दौरान अलग अलग बैंक खातों में यह रकम ठगों ने ट्रांसफर करा ली। ठगी का अहसास होने पर पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज करायी है। जिसके बाद साइबर पुलिस और थाना पुलिस ठगों की तलाश में जुट गई है।
जानकारी के अनुसार कनखल थाना क्षेत्र की विष्णुगार्डन कालोनी निवासी सिंचाई विभाग से सेवानिवृत्त विजेंद्र कुमार गोयल को 11 जुलाई को वीडियो कॉल आयी, जिसमें उधर से बात करने वाले ने अपने आपको सीबीआई का अधिकारी बताया। पीड़ित से कथित अधिकारी ने कहा कि उनका नाम एक संदिग्ध बैंक ट्रांजैक्शन में सामने आया है। इसमें उनके खिलाफ ईडी और अन्य एजेंसी कार्रवाई कर सकती है। पीड़ित का कहना है कि 15 जुलाई तक उन्हें डिजिटल अरेस्ट करके रखा गया और इस दौरान ठगों ने विभिन्न खातों में करीब 1.5 करोड़ रुपये ट्रांसफर करवा लिए। ठगी का एहसास होने पर पीड़ित ने 1930 टोल फ्री साइबर हेल्पलाइन नंबर और कनखल थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत मिलने पर साइबर टीम और स्थानीय पुलिस के अलावा एसटीएफ की टीम भी सक्रिय हो गई है। एसटीएफ के एसएसपी नवनीत भुल्लर ने शिकायत का संज्ञान लेते हुए आरोपियों की तलाश शुरू करवा दी है। जिन खातों में पैसे भेजे गए थे, उनकी जांच के अलावा कॉल डिटेल और आईपी ट्रैकिंग की जा रही है। कनखल थाना पुलिस का कहना है कि जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा।
सिंचाई विभाग के रिटायर्ड इंजीनियर से मनी लॉन्ड्रिंग का डर दिखाकर ठगे डेढ़ करोड़ रुपये




