वैचारिक, आर्थिक सहयोग से होगा राज्य का समग्र विकासः महाराज




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नवीन चौहान, हरिद्वार। हरिद्वार प्रभारी व केबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने राज्य स्थापना दिवस पर आयोजित भव्य कार्यक्रम में शिरकत करने के पश्चात पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि राज्य प्राप्ति के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले आंदोलनकारियों के सपनों का उत्तराखण्ड बनाने के लिए सभी को अपना योगदान देना होगा। योगदान वैचारिक, शरीरिक व आर्थिक तौर पर हो सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य स्थापना के 17 वर्ष बाद भी आपदा से निपटने की तैयारियां व पलायन रोकना बड़ी चुनौती है। सरकार इस दिशा में प्रयास कर रही है। उत्तराखण्ड को पर्यटन हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। ओली में विंटर गेम का आयोजन होने जा रहा है। 12 महीने लोग यहां आ सकते हैं। जिससे पर्यटन बढ़ने के साथ रोजगार बढ़ेगा और पलायन पर अंकुश लग सकेगा। महाराज ने कहा कि प्रदेश में सरकार पर्यटन नियमावली 2017 लागू करने जा रही है जिसके लिए सभी होटल, एडवेंचर व पर्यटन के कारोबार से जुड़े लोगां के विचार आमंत्रित किए गए हैं। जिसके आधार पर इस नियमावली को मूर्त रूप दिया जाएगा। जिससे उत्तराखण्ड के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। श्री महाराज ने कहा कि उत्तराखण्ड की जमीन सिंचाई विभाग उत्तर प्रदेश के पास है। जिस कारण प्रदेश का विकास प्रभावित हो रहा है। जब तक जमीन उत्तराखण्ड को नहीं मिलती विकास की गंगा तेजी से नहीं बह सकती। इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार से बात की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य का विकास एक सतत प्रक्रिया है जिसमें बहुत कुछ हुआ है और बहुत कुछ करना बाकी है। सरकार राज्य के विकास की ओर अग्रसर है। पत्रकारों से वार्ता करने से पूर्व केबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने राज्य स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम स्थल पर लगी विकास संबंधी स्टाल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने आपदा प्रबंधन, हस्त करघा, समाज कल्याण विभाग सहित तमाम विभागों की स्टाल पर जाकर बारीकी से जानकारी ली।