नवीन चौहान
छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी की टीम ने फोनिक्स गु्रप ऑफ इंस्टीटयूशन के मालिक चैरव जैन को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने समाज कल्याण विभाग की मदद से सरकार से मिलने वाली 25 करोड़ 58 लाख 43 हजार 250 रूपये की छात्रवृत्ति में से करीब 30फीसदी की धोखाधड़ी की है। आरोपी ने फर्जी तरीके से छात्रवृत्ति हासिल कर सरकार और समाज कल्याण विभाग की आंख में धूल झोंकी थी। इससे पूर्व एसआईटी की टीम पांच शैक्षिक संस्थानों के मालिकों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
गुरूवार को एसआईटी की टीम ने रूड़की के फोनिक्स गु्रप के मालिक चैरव जैन को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी चैरव जैन ने साल 2012-13 से साल 2016-17 तक करीब 26 करोड़ की छात्रवृत्ति हासिल की। एसआईटी की विवेचना में करीब 30फीसदी का फर्जीबाड़ा तस्दीक हो पाया है। एसआईटी चीफ मंजूनाथ टीसी के निर्देशन में पुलिस टीम ने आरोपी चैरव जैन की कुंडली को खंगाला और साक्ष्य जुटाए। विश्वविद्यालय से रिकार्ड का मिलान करने के बाद फर्जीबाड़े की पुष्टि हुई। जिसके बाद एसआईटी ने तमाम साक्ष्यों के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि करीब 800 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले में कई बड़े मगरमच्छों पर एसआईटी की नजर है। ये आरोपी पुलिस ने बचने के लिए सत्ताधारी पार्टी के नेताओं के पास मंडरा रहे है। एसआईटी की नजर प्राइवेट आईटीआई के फर्जीबाड़े पर लगी है। पुलिस सूत्रों से जानकारी मिली है कि अभी कई सफेदपोश सलाखों के पीछे नजर आने वाले है।
फोनिक्स गु्रप ऑफ इंस्टीटयूशन गु्रप रूड़की के चैरव जैन छात्रवृति घोटाले में गिरफ्तार


