एसडीएम कुश्म चौहान के नाम से खौफजदा खनन माफिया




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नवीन चौहान
डीएम दीपेंद्र चौधरी के अवैध खनन को रोकने के सख्त आदेशों का अनुपालन कराने के लिए एसडीएम कुश्म चौहान ने खनन माफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए फील्डिंग सजा दी है। एसडीएम ने जहां खनन माफियाओं को घेरने के लिए मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर दिया है। वही तहसील प्रशासन के भेदियों पर भी नजर तिरछी कर ली है। एसडीएम की सख्ती के आगे खनन माफिया पूरी तरह से बेवस नजर आ रहे है। इसी के चलते जहां तहसीलदार ने दो जेसीबी और 4 डंपर सीज किए है वही नायाब तहसीलदार सुशील सैनी ने भी दो कदम आगे बढ़ाकर नौ जुगाड़ वाहन और एक भैंसा बुग्गी को सीज कर तहसील में खड़ा कर दिया है।
हरिद्वार जनपद में अवैध खनन के खेल की जड़े बहुत गहरी है। खनन माफिया प्रशासन की आंखों में धूल झोंककर रात्रि में अवैध करते है। जेसीबी लगाकर नहर किनारे खुदाई कराते है और अवैध खनन का माल स्टोन क्रेशर में रखते है। अवैध खनन के इस खेल को अंजाम देने के लिए खनन माफियाओं ने तहसील प्रशासन के ही लोगों को अपना मुखबिर बनाया हुआ है। जो एसडीएम कुश्म चौहान और तहसीलदार आशीष घिल्डियाल की खनन को लेकर की जाने वाली छापेमारी की सूचना माफियाओं तक पहुंचाने लगे। अवैध खनन को रोकने का मजबूत इरादा कर चुकी एसडीएम कुश्म चौहान अपने ही विभाग के भेदियों द्वारा सूचना लीेक करने से विफल होती दिखाई दी। एसडीएम ने खनन माफियाओं और भेदियों को सबक सिखाने के लिए नई रणनीति बनाई। जिसके तहत वह खुद स्टोन क्रेशर पर पहुंची और क्रेशर पर जुटाई गई अवैध खनन सामग्री की पैमाइश कराकर भारी भरकर जुर्माने की कार्रवाई करने लगी। एसडीएम की इस कार्यवाही से खनन माफियाओं के कदम ठिठक गए। तगड़े जुर्माने की राशि देखकर खनन माफियाओं के होश उड़ गए। वही तहसील विभाग के भेदिए भी खुद को बेवस समझने लगे।  ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ एसडीएम कुश्म चौहान मजबूत इरादो के साथ आगे बढ़ी और खनन माफियाओं को सबक सिखाने की ठान ली। जिसके बाद उन्होंने खनन माफियाओं पर नकेल कसने के लिए फील्डिंग सजा दी। इसी फील्डिंग के जाल में बुधवार को कई खनन माफियाओं के वाहन फंसे। एसडीएम के निर्देशों पर तहसीलदार आशीष घिल्डियाल ने दो जेसीबी और 4 डंपर सीज कर दिए। वही नायाब तहसीलदार सुशील सैनी ने भी आर्यनगर चौक के पास से 9 जुगाड़ वाहन और एक भैंसा बुग्गी सीज कर दी।