नवीन चौहान
हरिद्वार। एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने पीड़ित की सुनवाई नहीं करने वाले दो दारोगा को सस्पेंड कर दिया है। इसी के साथ मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले लोगों से सांठ गांठ रखने वाले दो कांस्टेबलों पर भी गाज गिरी है। इन दोनों कांस्टेबलों को सस्पेंड कर दिया गया है। सभी के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी गई है। रानीपुर कोतवाली क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति की 18 मार्च को बाइक चोरी हो गई। पीड़ित बाइक चोरी का मुकदमा दर्ज कराने के लिये कोतवाली पहुंचा। कोतवाली में प्रभारी की अनुपस्थिति में चार्ज संभाल रहे उप निरीक्षक नरेंद्र कुमार ने पीड़ित का मुकदमा दर्ज नहीं किया। इसी के साथी उप निरीक्षक बलवीर सिंह भी पीड़ित को टरकाता रहा। बाइक चोरी का मुकदमा दर्ज नहीं होने पर पीड़ित अपनी शिकायत लेकर एसएसपी ऑफिस पहुंचा। पीड़ित ने अपनी पूरी बात एसएसपी कृष्ण कुमार वीके को बताई। एसएसपी ने पूरे मामले की जांच कराई। जांच में पीड़ित की शिकायत सही पाई गई। जिसके बाद तत्काल दोनों दारोगा नरेंद्र कुमार और बलवीर सिंह को निलम्बित कर दिया। वहीं दूसरे मामले में नारकोटिक्स सेल में कांस्टेबल माजिद और रहीस अहमद को सस्पेंड किया है। उक्त दोनों कांस्टेबल की भूमिका संदिग्ध पाई गई। जांच में पाया गया कि दोनों कांस्टेबल तस्करों से सांठ गांठ रखकर पैसा वसूली करते हैं। इसी आधार पर एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने दोनों सिपाहियों को निलम्बित कर दिया है। बता दें कि एसएसपी कृष्ण कुमार वीके पीड़ितों की शिकायत को लेकर पूरी तरह संजीदा है। अपराध समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने जनपद पुलिस को पीडितों का मुकदमा दर्ज करने के सख्त निर्देश दिये है। इसके बावजूद पुलिस पीड़ितों को टरकाने का काम करती है। पूर्व में भी एसएसपी ने कई दरोगा व सिपाहियों को सस्पेंड किया है।