हरिद्वार।
ज्वालापुर क्षेत्र के कस्साबान मोहल्ले में मारपीट के एक मामले की जांच के दौरान पुलिस के साथ अभद्रता और धक्का-मुक्की का गंभीर मामला सामने आया है। पूछताछ के लिए पहुंचे उप निरीक्षक के साथ स्थानीय लोगों ने न सिर्फ बदसलूकी की, बल्कि हिरासत में लिए गए युवकों को भी छुड़ा लिया। घटना के बाद क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंचा, लेकिन तब तक आरोपी फरार हो चुके थे।
पुलिस के अनुसार, तीन दिन पूर्व कस्साबान मोहल्ले में शाकिर और उसके साथियों के साथ मारपीट की घटना हुई थी। इस मामले में गुंडा एक्ट के एक नामजद आरोपी शहरियाज कुरैशी सहित कई युवकों पर हमला करने के आरोप लगे थे। पीड़ित पक्ष की ओर से कोतवाली ज्वालापुर में तहरीर दी गई थी, जिसके आधार पर पुलिस मामले की जांच कर रही थी और आरोपियों को पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया था। हालांकि, कोई भी आरोपी युवक थाने नहीं पहुंचा।
शनिवार शाम उप निरीक्षक मनीष भंडारी पुलिस टीम के साथ कस्साबान मोहल्ले पहुंचे और आरोपित युवकों से मौके पर पूछताछ करने का प्रयास किया। आरोप है कि जैसे ही कुछ युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई, तभी वहां बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए और दरोगा के साथ धक्का-मुक्की करते हुए युवकों को जबरन छुड़ा लिया। इस दौरान मौके पर जमकर हंगामा हुआ और माहौल तनावपूर्ण हो गया।
घटना की सूचना मिलते ही एसएसआई खेमेंद्र गंगवार अतिरिक्त पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक सभी आरोपी युवक मौके से फरार हो चुके थे। मामले को लेकर मारपीट और धमकी के संबंध में अलग-अलग तहरीरें भी पुलिस को दी गई हैं।
कोतवाली प्रभारी कुंदन सिंह राणा ने बताया कि पुलिस के साथ अभद्रता करने और कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की पहचान की जा रही है और जल्द ही सभी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
दारोगा से धक्का-मुक्की, आरोपी युवकों को छुड़ाकर फरार



