नवीन चौहान
जिलाधिकारी सी रविशंकर की ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा जग जाहिर है। हरिद्वार की जनता को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए पूरे मनोभाव से जुटे है। हरिद्वार में कोविड केयर सेंटरों की व्यवस्थाओं को दुरूस्त बनाने में पूरे संजीदा है। लेकिन हरिद्वार के बाबा बर्फानी कोविड केयर सेंटर में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत की संख्या सर्वविदित है। न्यूज127 ने जब बाबा बर्फानी कोविड केयर सेंटर में जानकारी की तो जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बताया था कि अस्पताल में 78 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। जबकि 142 मरीजों को हायर सेंटर भेजा गया है। कुल 719 कोरोना मरीजों को स्वास्थ्य लाभ दिया गया है। कोविड केयर सेंटर की तमाम व्यवस्थाओं का उन्होंने बारीकी से निरीक्षण किया और तमाम जानकारी उनके पास है। हालांकि डाटा एंट्री आप्रेटर की कमी होने के चलते मरीजों की मृत्यु का आंकड़ा पोर्टल पर दर्ज नही हो पाया।
जिलाधिकारी सी रविशंकर कोरोना संक्रमण के प्रकोप से हरिद्वार की जनता को बचाने के लिए विगत एक साल से प्रयासरत है। मार्च 2020 से हरिद्वार में कोरोना संक्रमण के प्रवेश करने के साथ ही उन्होंने कोविड गाइड लाइन का अक्षरश: पालन कराया। कोविड केयर सेंटरों की व्यवस्था की। हरिद्वार में तमाम विपरीत परिस्थितियों के बीच कोरोना संक्रमण को लेकर सुरक्षा के तमाम चाक चौबंद प्रबंध किए। बेहद सुनियोजित प्लानिंग के तहत रणनीति बनाई गई। अधिकारियों को निर्देशित किया गया। हेल्प लाइन गठित की गई। समाजसेवी संगठनों की मदद ली गई। जिसके चलते हरिद्वार में कोरोना संक्रमण नियंत्ररण में रहा। साल 2021 में कुंभ पर्व के समापन के बाद हरिद्वार में एकाएक कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर बेहद ही खतरनाक तरीके से फैली। हरिद्वार के सीमित अस्पतालों में मरीजों की व्यवस्था करना एक कठिन चुनौती बन गया। लेकिन जिलाधिकारी सी रविशंकर ने इस कठिन चुनौती की अग्निपरीक्षा को भी अपने प्रशासनिक कौशल से पार पाया। मीडिया की तमाम आलोचनाओं के बीच सकारात्मक सोच के साथ जनता की सेवा में जुटे रहे और तमाम चिकित्सा प्रबंध को बेहतर बनाने की कवायद करते रहे। जिलाधिकारी सी रविशंकर की सबसे बड़ी खूबी यह है कि विपरीत परिस्थिति में भी अपने धैर्य को संतुलित रखते है। जिलाधिकारी के फर्ज को पूरी ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा से अंजाम देते है। बाबा बर्फानी कोविड केयर सेंटर में भी उन्होंने कोरोना मरीजों के जीवन को स्वस्थ बनाने के लिए चिकित्सा व्यवस्थाओं को बेहतर बनाकर रखा। यही कारण है कि बाबा बर्फानी में करीब 28 कोविड मरीजों का इलाज चल रहा है। जबकि 100 आक्सीजन बेड की व्यवस्था है। सीमित संसाधनों के बीच में भी बाबा बर्फानी कोविड केयर सेंटर की तमाम चिकित्सा बेहतर है। कोविड19 के नोडल अधिकारी आईएएस अंशुल सिंह लगातार बाबा बर्फानी कोविड केयर सेंटर का प्रतिदिन निरीक्षण करते है। मरीजों को मोटिवेशन से लेकर चिकित्सों, नर्स और सफाईकर्मियों की समस्याओं का निस्तारण करते है। वही लिब्बाहेड़ी गांव में 23 लोगों की संदिग्ध मौत का मामला संज्ञान में आने के बाद जिलाधिकारी सी रविशंकर ने तत्काल पूरे गांव को सेनेटाइज कराया। गांव में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए आरटीपीसीआर जांच कराने में तत्परता दिखाई। सभी की जांच शुरू करा दी गई है। गांव वालोें को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक किया जा रहा है। कुल मिलाकर हकीकत यह है कि कोरोना संक्रमण की वैश्विक महामारी में अपनी जिंदगी की परवाह किए बिना जिलाधिकारी सी रविशंकर हरिद्वार की जनता के जीवन को सुरक्षित बचाने के लिए प्रशासनिक कौशल दिखा रहे है। जिलाधिकारी सी रविशंकर उन चुनिंदा आईएएस अफसरों में से है जो आलोचनाओं से सबक लेकर बेहतर करने का प्रयास करते है। लेकिन कोरोना मरीजों की मृत्यु के आंकड़ों को छिपाने के मामले में डाटा एंट्री आप्रेटर की सरासर लारवाही सामने आई है। जिसमें विभागीय कार्रवाई प्रचलन में है।
कोरोना मरीजों की मौत के आंकड़ों का पूरा सच, बाबा बर्फानी अस्पताल की हकीकत




