संभ्रांत नागरिकों और जनप्रतिनिधियों की पहल लाई सुलह का सुखद परिणाम
न्यूज127
मयूर विहार कॉलोनी में बीते दिनों गेट लगाने को लेकर उपजे विवाद का रविवार को सुखद पटाक्षेप हो गया। कॉलोनीवासियों और दूसरे पक्ष — परमानंद पोपली एवं संदीप अरोड़ा — के बीच हुए विवाद और दर्ज एफआईआर के बाद आज दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से मामला समाप्त करने का निर्णय लिया।
यह समझौता शहर के कुछ प्रमुख और संभ्रांत नागरिकों की मध्यस्थता से संपन्न हुआ, जिसमें दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ दर्ज कराए गए मुकदमों में राजीनामा करने पर सहमति जताई। इस पहल से क्षेत्र में फिर से आपसी सौहार्द और भाईचारे का वातावरण बना है।
समझौते में अहम भूमिका निभाने वालों में प्रमुख नाम रहे: भाजपा नेता विकास तिवारी, वार्ड पार्षद सपना शर्मा, भाजपा नेता विमल कुमार, पंजाबी महासभा के जिला अध्यक्ष प्रवीण कुमार, परमानंद पोपली, जगदीश लाल पाहवा, सतीश त्यागी, करण मल्होत्रा, अनिल कुमार, प्रमोद पांधी और राम अरोड़ा आदि।
भाजपा नेता विकास तिवारी ने कहा कि स्थानीय नागरिकों ने समाजहित में समझौते की इस पहल का स्वागत किया है। कहा कि शहर में शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए आपसी समझ और संवाद सबसे मजबूत रास्ता है। दोनों पक्षों ने भी एक-दूसरे से भविष्य में बेहतर संबंध बनाए रखने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि यह घटना एक मिसाल के तौर पर सामने आई है कि जब सामाजिक नेतृत्व और नागरिकों की समझदारी एकजुट होती है, तो किसी भी विवाद का समाधान शांति और सम्मान के साथ निकाला जा सकता है।
पुलिस को राहत
मयूर विहार गेट प्रकरण में आपसी समझौते से विवाद सुलट जाने पर पुलिस ने राहत की सांस ली है। इस झगड़े के बाद से ही दोनों पक्ष पुलिस पर अपना दबाब बना रहे थे। ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने दोनों पक्षों की ईगो को शांत करने के लिए मुकदमा दर्ज कर लिया था। जिसके बाद पुलिस कांवड़ यात्रा की कठिन चुनौती में जूझ रही थी। लेकिन हरिद्वार के गणमान्य नागरिकों की पहल पर शांतिपूर्ण तरीके से प्रकरण का पटाक्षेप हो गया। पुलिस को भी मुकदमे की विवेचना से राहत मिली और समाज में एक अच्छा संदेश भी गया।