सतपुली–श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग का औचक निरीक्षण करने पहुंची डीएम, सड़क मरम्मत कार्यों में लापरवाही
न्यूज127, पौड़ी गढ़वाल
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य की सभी सड़कों को गड्ढामुक्त बनाने के निर्देशों के अनुपालन में जनपद पौड़ी गढ़वाल में विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है। इसी क्रम में जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने मंगलवार को पौड़ी से पैडुल के मध्य सतपुली–श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग का औचक निरीक्षण कर सड़कों की वास्तविक स्थिति का जायज़ा लिया।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने लोक निर्माण विभाग (राष्ट्रीय राजमार्ग खंड) ति एस भदौरियाके अधिकारियों से पैच रिपेयर कार्यों की प्रगति संबंधी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने पाया कि पूर्व में सड़कों को गड्ढामुक्त बनाने के लिए सभी उपजिलाधिकारियों एवं अधिशासी अभियंताओं द्वारा मिशन मोड पर कार्य किया गया था, किंतु कुछ स्थानों पर कार्य अधूरा पाया गया।
इस पर जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने उपजिलाधिकारी को पौड़ी–सतपुली मार्ग का स्थलीय निरीक्षण करने के निर्देश दिए थे। उपजिलाधिकारी द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट में उल्लेख किया गया कि पौड़ी से बुआखाल तक कार्य तो संपन्न हुआ, किंतु आगे का कार्य प्रारंभ नहीं पाया गया।
रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने स्वयं मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। इस दौरान मरम्मत कार्यों में अनियमितता एवं शिथिलता पाए जाने पर उन्होंने विभागीय अधिकारियों से गंभीर नाराज़गी व्यक्त की। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने स्पष्ट चेतावनी दी कि सड़क मरम्मत कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही या ढ़िलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने अधिशासी अभियंता राजबीर सिंह को शेष कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए, साथ ही गुणवत्ता एवं समयबद्धता पर विशेष ध्यान देने को कहा ताकि आम जनता को सुगम एवं सुरक्षित आवागमन की सुविधा मिल सके।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने यह भी निर्देश दिए कि सभी मरम्मत कार्यों की फोटोग्राफिक रिपोर्ट तैयार कर जिला कार्यालय में प्रस्तुत की जाए, जिससे कार्यों की प्रगति का भौतिक सत्यापन किया जा सके। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि निरीक्षण के उपरांत भी सुधार नहीं पाया गया तो संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी प्रशासनिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने कहा कि सड़कें किसी भी क्षेत्र के आर्थिक एवं सामाजिक विकास की रीढ़ होती हैं। विभागीय अधिकारियों को चाहिए कि वे अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन पूरी गंभीरता, संवेदनशीलता और जवाबदेही के साथ करें।



