दीपक चौहान
हरिद्वार के सिडकुल स्थित एक कंपनी मैनेजर अपनी गर्लफ्रेंड का एबार्शन कराने महिला चिकित्सक के पास पहुंचा। जबकि गर्लफ्रेंड बच्चे की चाहत में एबार्शन कराने को मना करती रही। वह शादी करने और बच्चा रखने की जिदद पर अड़ गई। लेकिन मैनेजर ने किसी तरह अपनी गर्लफ्रेंड को एबार्शन कराने के लिए राजी किया। जिसकी एवज में गर्लफ्रेंड को सोने की ज्वैलरी व अन्य सामान उपहार स्वरूप दिया गया। चिकित्सक ने भी इस एबार्शन की एवज में मोटी रकम ली।
सिडकुल की कंपनी में कार्य करने वाली कई लड़कियां अपने महंगे शौक को पूरा करने के लिए मैनेजरों से दोस्ती गांठ लेती है। जिसके बाद उनसे फोन पर बातचीत का सिलसिला शुरू करती है। दोस्ती का भरोसा दिलाकर मैनेजर से अपने लिए मंहगे कपड़े, रेस्टोरेंट में खाना और कार में घूमने के शौक को पूरा करती है। हद तो तब हो जाती है जब अपने शौक को पूरा करने के लिए जिस्म तक बेचने पर आमादा हो जाती है। शॉर्टकट मनी की चाहत में ये तमाम लड़कियां अपने लिए मुसीबते मोल लेती है। ऐसे ही एक मामले में एक युवा लड़की ने मैनेजर से दोस्ती कर ली। जिसके बाद लड़की गर्भवती हो गई। जब मैनेजर ने एबार्शन कराने को कहा तो लड़की कंसीव करने की जिदद पर अड़ गई। मैनेजर के गले—गले आ गई। किसी तरह लड़की को विश्वास में लेकर एबार्शन के लिए राजी किया। जिसकी एवज में लड़की की तमाम इच्छाओं को पूरा किया।
गर्लफ्रेंड का एबार्शन कराने डॉक्टर के पास पहुंचा सिडकुल की कंपनी का मैनेजर




