भारत के युवाओं का तकनीकी मस्तिष्क अपराधियों को करेगा काबू, हाईटेक होगी पुलिस




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उत्तराखंड पुलिस का हैकाथॉन 3.0 सफल, देशभर के युवाओं ने आधुनिक पुलिसिंग के दिए टिप्स

न्यूज 127, देहरादून
देवभूमि उत्तराखंड की धरती पर आयोजित राष्ट्रव्यापी तकनीकी नवाचार प्रतियोगिता ‘पुलिस हैकाथॉन 3.0’ अत्यंत सफल और प्रभावशाली रूप से सम्पन्न हो गई। विजेताओं को पुरूस्कृत किया गया। उत्तराखंड पुलिस देश की पहली ऐसी राज्य पुलिस बन गई है, जिसने तीसरा पुलिस हैकाथॉन लगातार आयोजित कर युवाओं के लिए नवाचार के द्वार खोले।

इस वर्ष आयोजित हैकाथॉन को देशभर के टेक उत्साही युवाओं से अभूतपूर्व प्रतिक्रिया मिली। 27 अक्टूबर से 8 नवंबर 2025 तक चली पंजीकरण अवधि में 129 टीमों ने उच्च प्रभाव वाले विचार प्रस्तुत किए। 9 नवंबर को हुए प्रीलिम राउंड में टीमों ने छह घंटे की समय सीमा में अपने कॉन्सेप्ट प्रस्तुत किए। नवाचार, तकनीकी गुणवत्ता, व्यवहार्यता और डिजिटल पुलिसिंग पर प्रभाव जैसे कई आयामों पर कठोर मूल्यांकन के बाद 15 टीमों को ऑन–साइट फाइनल राउंड के लिए चुना गया।

18 नवंबर 2025 को पुलिस लाइन देहरादून में आयोजित ग्रैंड फिनाले में 13 फाइनलिस्ट टीमों ने 36 घंटे के नॉन–स्टॉप मैराथन हैकाथॉन में हिस्सा लिया। इस दौरान प्रतिभागियों ने टीमवर्क, धैर्य और उच्च स्तरीय कोडिंग कौशल का प्रदर्शन करते हुए वास्तविक, उपयोगी और भविष्यवादी प्रोटोटाइप विकसित किए। प्रतिभागियों ने आधुनिक कानून प्रवर्तन से जुड़ी वास्तविक चुनौतियों पर काम करते हुए कई AI–आधारित, ब्लॉकचेन–आधारित और साइबर इंटेलिजेंस टूल्स विकसित किए। हैकाथॉन 3.0 के सफल आयोजन ने उत्तराखंड को राष्ट्रीय तकनीकी नवाचार के अग्रणी केंद्रों में स्थापित कर दिया है।

प्रमुख नवाचार इस प्रकार रहे—
ओएसआईएनटी एवं थ्रेट एक्टर प्रोफाइलिंग ऑटोमेशन, डार्क वेब/डीप वेब इंटेलिजेंस टूल्स, सुरक्षित एन्क्रिप्टेड पुलिस कम्युनिकेशन सिस्टम, क्रिप्टो इंटेलिजेंस और डिजिटल मनी ट्रेल सिस्टम, डिजिटल फोरेंसिक ऑटोमेशन (टावर डंप/CDR/IPDR), मल्टी–सोर्स थ्रेट इंटेलिजेंस एग्रीगेशन इंजन, नेटवर्क व पैकेट फोरेंसिक प्लेटफ़ॉर्म, एआई-पावर्ड वीडियो एनालिटिक्स, स्मार्ट पुलिसिंग इनोवेशन ट्रैक, ब्लॉकचेन आधारित वित्तीय धोखाधड़ी ट्रेसबिलिटी सिस्टम।

इस वर्ष 1500 छात्रों, 250 टीमों और 200 महिला कोडर्स की भागीदारी ने यह सिद्ध किया कि राष्ट्रीय सुरक्षा नवाचार में भारत के युवा निर्णायक भूमिका निभा रहे हैं।
विजेता टीमें— प्रथम स्थान: TEAM N/A (Team-15), द्वितीय स्थान: TEAM VOLDEBUG & ALGORYTHM, तृतीय स्थान: TEAM BYTE SHIELD & QUADRATECH

मुख्य अतिथि डीजीपी दीपम सेठ ने कहा कि “हैकाथॉन 3.0 ने सिद्ध कर दिया है कि भविष्य की पुलिसिंग तकनीक आधारित होगी। पुलिस की तकनीक को और आगे ले जाने का नेतृत्व भारत के युवाओं का तकनीकी मस्तिष्क करेंगा।” उन्होंने युवाओं द्वारा प्रस्तुत समाधानों को सुरक्षित समाज और स्मार्ट गवर्नेंस की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।

वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में एडीजी (कानून व्यवस्था) वी. मुरुगेशन, एडीजी (प्रशासन) ए. पी. अंशुमान, आईजी (एसटीएफ/साइबर) नीलेश आनंद भरणे, आईजी दूरसंचार कृष्ण कुमार वी.के., एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह, एसएसपी देहरादून अजय सिंह, एएसपी साइबर कुश मिश्रा, डीबीएस ग्लोबल यूनिवर्सिटी के निदेशक मोहित अग्रवाल सहित अनेक विशिष्टजन शामिल थे।