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हर्ष विद्या मंदिर पीजी कॉलेज, रायसी (हरिद्वार) के समाजशास्त्र विभाग के लिए यह अत्यंत गर्व का क्षण है कि उनके विभाग की दो पुस्तकों का चयन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हुआ है, जिसके लिए उन्हें LCCN NO – 2024307358 प्रदान किया गया है। असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सुरजीत कौर और डॉ. निशा पाल द्वारा संपादित पुस्तक “उत्तराखंड की जनजातियों के सामाजिक, सांस्कृतिक एवं कलात्मक विकास के विविध आयाम” को विश्वव्यापी मान्यता मिली है। इस पुस्तक को संयुक्त राज्य अमेरिका की विश्वविख्यात लाइब्रेरी ऑफ कांग्रेस में शामिल किया गया है, जो भारतीय समाज और संस्कृति को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। पुस्तक के सह-संपादक श्री हरीश राम और डॉ. प्रीति गुप्ता भी इस उपलब्धि में महत्वपूर्ण योगदानकर्ता रहे हैं।
महाविद्यालय के अध्यक्ष डॉ. के.पी. सिंह, उपाध्यक्ष डॉ प्रभावती, सचिव डॉ. हर्ष कुमार दौलत, प्राचार्य डॉ. अजीत राव और बीएड प्राचार्य डॉ. के.पी. तोमर ने समाजशास्त्र विभाग की इस असाधारण उपलब्धि पर टीम को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “यह न केवल हमारी संस्था के लिए बल्कि पूरे उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। यह पुस्तक समाजशास्त्र के क्षेत्र में शोधार्थियों और छात्रों के लिए प्रेरणादायक सिद्ध होगी।”
डॉ. सुरजीत कौर और डॉ. निशा पाल ने इस मान्यता को महाविद्यालय की एक बड़ी उपलब्धि बताया और इसे टीमवर्क का उत्कृष्ट परिणाम बताया। उन्होंने बताया कि पुस्तक में विभिन्न राज्यों से प्राप्त शोध लेख शामिल किए गए हैं, जिनमें सभी लेखक उत्तराखंड की जनजातियों के विकास, उनकी सांस्कृतिक धरोहर और कलात्मक अभिव्यक्तियों पर गहन अध्ययन के लिए सराहना के पात्र हैं।
यह पुस्तक उत्तराखंड की जनजातीय संस्कृतियों के अध्ययन हेतु एक महत्वपूर्ण शैक्षणिक स्रोत के रूप में स्थापित हो चुकी है, और इसके अंतरराष्ट्रीय चयन ने महाविद्यालय को वैश्विक स्तर पर गर्व से प्रस्तुत किया है। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकों व कर्मचारियों ने समाजशास्त्र विभाग को बधाई दी।