cyber fraud साइबर फ्राड से बचने के लिए सुरक्षित इंटरनेट का करे उपयोग




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न्यूज127
साइबर ठगी एक बड़ी समस्या बन चुकी है। भोली भाली जनता साइबर ठगी का रोजाना शिकार हो रही है। ऐसे में जनता को बेहद जागरूक होना होगा। इंटरनेट का उपयोग करने के दौरान सावधानी बरतनी होगी। अंजान नंबर से आनी वाली कॉल पर बिलकुल भी विश्वास ना करें।
विकास भवन सभागार में टूगेदर फॉर्म बेटर इंटरनेट के अवसर पर विशेष कार्यशाला का आयोजन करते हुए जिला सूचना प्रौद्योगिकी अधिकारी यशपाल सिंह ने लोगों को साइबर अपराध और फ्रॉड से बचाव के लिए सुरक्षित इंटरनेट उपयोग की अहम जानकारी दी। उन्होंने इंटरनेट के माध्यम से साइबर फ्रॉड से बचाव में जानकारी देते हुए बताया कि साइबर ठगी से जागरूकता से ही बचा जा सकता है। जिला सूचना प्रौद्योगिकी अधिकारी यशपाल सिंह ने अधिकारियों ओर छात्रों को अन्जान नंबर से आने वाले कॉल्स पर विश्वास न करें। उन्होंने कहा कि बैंक अधिकारी या सरकारी संस्थान कभी फोन पर पैसे ट्रांसफर करने के लिए नहीं कहते। किसी भी अनजान क्यू आर कोड को स्कैन न करें। उन्होंने फिशिंग पर बल देते हुए बताया कि अपनी व्यक्तिगत जानकारी, जैसे बैंक का विवरण या पासवर्ड, देने को बहकाते हैं। जबकि वह एक वैध सेवा के रूप में खुद को पेश करते हैं, वे नकली लिंक व संदेशो का इस्तेमाल करते हैं जो अधिकारिक लगते हैं। अगर आप इन पर क्लिक करते हैं, तो वे आपकी जानकारी चुराकर आपके खाते को खाली कर सकते हैं, इस प्रकार की ठगी का शिकार होने पर तुरंत राष्ट्रीय साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत करें।
साइबर स्वच्छता एक ऐसी प्रक्रिया है जो व्यक्तियों को उनके उपकरणों और व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा बनाए रखने में मदद करती है।
जैसे आप कीटाणुओं से बचने के लिए हाथ धोते हैं, वैसे ही साइबर स्वच्छता में आपकी ऑनलाइन आदतों को साफ करना शामिल है ताकि आप अपनी डिजिटल जिंदगी को सुरक्षित रख सकें। अच्छी साइबर स्वच्छता से फ़िशिंग, हैकिंग और मैलवेयर जैसी चीजों से आपके व्यक्तिगत खातों और उपकरणों को प्रभावित होने से रोका जा सकता है।
कार्यशाला में इंटर कॉलेज रावली महदूद के छात्रों और ग्राम्य विकास, शिक्षा, बाल विकास, कृषि ओर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला में ई डिस्ट्रीक मैनेजर अभिषेक चौहान, ललित, नरेश और गणेश उपस्थित थे।