आन्दोलनकारियों के संघर्ष व बलिदान से हुई उत्तराखण्ड की स्थापना: करौली शंकर महादेव




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न्यूज 127, हरिद्वार।
हरिद्वार की पुण्यभूमि स्थित मिश्री मठ में पंचदिवसीय पूर्णिमा महोत्सव के तीसरे दिन भक्तों व साधकों का भारी सैलाब उमड़ा पड़ा। भक्ति के माहौल में श्री करौली शंकर महादेव जी के जयकारों से गूंजते मिश्री मठ में श्रद्धालुओं का उत्साह देखने लायक है। मिश्री मठ, रायवाला में 4 से 8 नवम्बर 2025 तक पंच दिवसीय पूर्णिमा एवं देवभूमि रजत उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। आज तृतीय दिवस आयोजित संत समागम के अवसर पर पूज्य संतों की पावन उपस्थिति में देवभूमि उत्तराखण्ड के रजत जयंती के अवसर पर करौली शंकर महाराज ने देहरादून, ऋषिकेश, रायवाला, हरिपुर, हरिद्वार के उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारियों को अंग वस्त्र, उपहार देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर सदगुरुदेव करौली शंकर जी महाराज ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है और इसके निर्माण में सैकड़ों आंदोलनकारियों ने अपना बलिदान दिया। अब उत्तराखंड अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण कर रजत जयंती वर्ष मना रहा है। इस अवसर पर हमारा यह कर्तव्य बनता है कि हम उन अमर शहीद हुतात्माओं को नमन करते हुए उन आंदोलनकारियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए उन्हें सम्मानित करें, जिनके अदम्य साहस व संघर्ष से इस राज्य का निर्माण संभव हुआ। उन्होंने कहा कि भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी ने जन भावनाओं को समझते हुए उत्तराखण्ड का गठन किया।
करौली शंकर महादेव जी महाराज ने कहा कि रजत जयंती के अवसर पर सभी आयोजन बिना राज्य आन्दोलनकारियों के सार्थक नहीं है। आईये हम सब मिलकर उनके प्रति अपनी कृतज्ञता पर प्रकट करें जिन्होंने इस राज्य के निर्माण में अपना बलिदान दिया है और संघर्ष किया है, यातनाएं सही हैं। म.मं. स्वामी हरिचेतनानन्द जी महाराज ने कहा कि राज्य निर्माण में मातृशक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका रही। आज सम्मान समारोह में भी जिस प्रकार उत्साहपूर्वक महिला आन्दोनकारी पधारी हैं वह हम सब के लिए बेहद गर्व की बात है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्र पुरी जी महाराज ने कहा कि करौली शंकर महादेव ने उत्तराखण्ड के प्रवेश द्वार हरिद्वार में अपनी संस्था के माध्यम से राज्य आन्दोलनकारियों को सम्मानित कर समूचे उत्तराखण्ड को संदेश दिया है कि उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारियों का सम्मान सर्वोपरि है। निश्चित रूप से यह पहल सभी के लिए प्रेरणादायी साबित होगी।
इस अवसर पर उपस्थित संतजनों ने राज्य आन्दोलनकारियों को आशीर्वाद, शुभकामनाएं प्रदान करते हुए सम्मानित किया। कार्यक्रम में उपस्थित संतजनों ने अपने आशीर्वाद स्वरुप आंदोलनकारी को शॉल, माला, अंग वस्त्र, उपहार देकर उनके प्रति जहां कृतज्ञता प्रकट की। वहीं उत्तराखंड के आंदोलन में शहीद हुए बलिदानियों को नमन किया। हरिद्वार से योगेश पांडे, सतीश जोशी, आशु बर्थवाल सहित रायवाला, ऋषिकेश, छिदर वाला, हरिपुर आदि क्षेत्रों से आए सैकड़ों आंदोलनकारी को सम्मानित किया गया।