- कनखल से अपहृत 3 साल की बच्ची गाजियाबाद से सकुशल बरामद, एक गिरफ्तार
न्यूज 127.
कनखल थाना क्षेत्र से तीन साल की बच्ची को लेकर फरार हुए अभियुक्त को हरिद्वार पुलिस ने 10 घंटे के अंदर गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से अपहृत बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया गया है। अपहरण के पीछे की वजह बेहद ही चौंकाने वाली सामने आयी है। पुलिस के मुताबिक असफल वैवाहिक जीवन का बदला रिश्ता कराने वालों से लेने की मंशा के चलते बच्ची का अपहरण किया गया था।
पुलिस के मुताबिक 30 जनवरी को कनखल क्षेत्र की रहने वाली एक महिला ने थाना कनखल पर आकर सूचना दी कि दोपहर क़ो उनके घर पर आया परिचित बब्बू बातों बातों में शिकायतकर्ता की 03 वर्षीय बच्ची क़ो चॉकलेट नमकीन आदि चीज देने के बहाने घर से बाहर लेकर गया लेकिन वापस नही लौटा। काफ़ी समय तक दोनों का पता न चलने पर उन्हे आस पास काफ़ी तलाश किया लेकिन पता नहीं चल सका। परिचित बब्बू का मोबाइल नंबर भी स्विच ऑफ आ रहा था। शिकायती प्रार्थनापत्र पर तत्काल थाना कनखल पर मु0अ0 सं0 23/2025 धारा 137(2) बीएनएस पंजीकृत किया गया तथा थानाध्यक्ष कनखल द्वारा एसएसपी हरिद्वार को पूरे मामले की जानकारी दी गई।
छोटी सी बच्ची के अपहरण के इस मामले का गंभीरता से लेते हुए एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा एसपी सिटी एवं सीओ सिटी को पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी देते हुए किसी भी प्रकार की अनहोनी को टालते हुए जल्द से जल्द गुड़िया की बरामदगी के स्पष्ट निर्देश देते हुए अलग अलग टीमों का गठन किया गया। टैक्निकल सपोर्ट प्रदान करने के लिए सीआईयू हरिद्वार को अलग से निर्देश जारी किए गये। कथित परिचित बब्बू का मोबाइल नंबर स्विच ऑफ आने के कारण लोकेशन का पता चल पाना मुश्किल हो रहा था। ऐसे में गठित पुलिस टीमों के सदस्यों ने गुजरते समय की अहमियत समझते हुए अलग-अलग निकलकर सीसीटीवी फुटेज खंगालने का फैसला किया। घटनास्थल के आस पास के cctv कैमरो क़ो चैक कर कड़ियों को जोड़ा गया तो स्पष्ट हुआ कि अपहरण का आरोपी गुड़िया क़ो लेकर पहले ई –रिक्शा के जरिए हरिद्वार बस अड्डे पहुंचा और फिर बच्ची सहित दिल्ली की बस में सवार हुआ।
पुलिस टीम ने बस के पूरे रूट को फॉलो करते हुए दिल्ली व उसके आस पास के मुखबिर तंत्र को सक्रिय किए। जुटाई गई जानकारी तथा संभावित स्थलों की सीसीटीवी कैमरा फुटेज चैक करते करते गाजियाबाद पहुँची टीम को बड़ी लीड मिली जब मुखबिर ने अपहरणकर्ता के गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के पास आर्यनगर में होने की खबर दी। टीम ने बिना वक्त गवांए बताये गए स्थान पर औचक दबिश दी और अपहरणकर्ता को दबोचते हुए अपहृता बालिका को सकुशल बरामद किया।
पूछताछ में पता चला कि लंबे अरसे तक कुंवारा रहने और शादी के लिए लड़की न मिलने के बाद आखिरकार 06 महीने पहले गुड़िया की मां ने अपहरणकर्ता की अपनी एक जानकार महिला से शादी करवाई थी लेकिन कुछ वक्त बाद ही अपहरणकर्ता बब्बू के शराब पीने का आदी होने तथा मारपीट से तंग आकर उसकी पत्नी उसे छोड़कर चली गई। अपहरणकर्ता तब से लगातार गुड़िया की मां पर अपनी पत्नी को वापस लाने का दबाव बना रहा था और पत्नी के जाने की वजह मानते हुए रंजिश रखने लगा था। इस बात को लेकर दोनों के बीच कई बार कहासुनी भी हो चुकी थी।
इन्ही बातों को मन में रखकर तथा सबक सिखाने की गरज से आरोपी ने अपहरण की घटना को अंजाम दिया। गुड़िया की मां को आरोपी के गजरौला में रहने की जानकारी होने के चलते शातिर अपहरणकर्ता ने सुरक्षित ठिकाने के लिए गजरौला के बजाए गाजियाबाद का रुख किया और अब ट्रेन में बैठकर लखनऊ जाने की फिराक में था लेकिन तेज़-तर्रार हरिद्वार पुलिस ने उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया। बच्ची की सकुशल बरामदगी तथा अपहरणकर्ता की गिरफ्तारी पर क्षेत्रिय जनता ने हरिद्वार पुलिस के क्विक रिस्पांस तथा कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के सजग नेतृत्व को सराहा। वहीं दूसरी ओर प्यारी सी बच्ची को वापस पाकर उसकी मां ने भीगी पलकों के साथ उसे गले लगाते हुए हरिद्वार “कनखल” पुलिस का आभार जताया।