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पत्नी की हत्या कर घर से फरार हुए आरोपी पति को कनखल थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पुलिस से बचने के लिए लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था। पुलिस का कहना है कि आरोपी नेपाल भागने की फिराक में था लेकिन उसे फरार होने से पहले ही पकड़ लिया गया। कप्तान प्रमेंद्र डोबाल ने आरोपी की गिरफ्तारी पर पांच हजार रूपये का इनाम घोषित किया था।
बतादें 04/11/2024 को थाना कनखल क्षेत्रांतर्गत मोहल्ला गौरव विहार जमालपुर कलां स्थित मकान में सुरेन्द्र यादव की पत्नी का शव कमरे के फर्श पर लहू-लुहान अवस्था में पडा हुआ मिला था। जिसे धारदार हथियार से वार कर नृशंस तरीके से मारा गया था। घटना के समय मृतका के बच्चे स्कूल गए हुए थे। हत्या की सूचना मिलने पर थाना कनखल पुलिस, सीओ सिटी जूही मनराल मौके पर पहुंची थी। मृतका के भाई महेश ने अपने जीता सुरेंद्र यादव के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया था।
महिला सम्बन्धी अपराधों के प्रति गंभीर एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा बीच शहर में हुए इस जघन्यहत्याकांड पर सीओ सिटी से पूरी जानकारी लेते हुए गठित की गई पुलिस टीमों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए और पूरे मामले में शुरुआत से ही नजर बनाए रखी। समय-समय पर जनपद में होने वाली बैठकों में इस हत्याकांड के खुलासे में लगी पुलिस टीमों के सामने आ रही प्रैक्टिकल दिक्कतों के बारे में वार्ता की गई।
मोबाइल अथवा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल न करने पर मैन्युअल तरीके से पुलिस टीम द्वारा आरोपी सुरेंद्र को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा था लेकिन सुरेंद्र इतना शातिर था कि हर थोड़े दिन में अपना ठिकाना बदल दे रहा था जिस पर कप्तान द्वारा आरोपित सुरेन्द्र के लगातार फरार रहने पर उसके ऊपर ₹5000/- का ईनाम भी घोषित कर दिया था।
मृतका के दो बच्चे (एक बेटी 16 वर्ष व एक बेटा 10 वर्ष) हैं। बच्चों को बेहतर स्कूल में पढ़ाकर अच्छी शिक्षा देना मृतका का सपना था जिसके चलते मृतका ने लोगो के घरों पर झाडू-पोंछा व बर्तन धोने का काम करना शुरु कर दिया था। आरोपी पति सुरेंद्र जो अपनी मर्जी का मालिक था तथा कभी कभी ही काम पर जाता था, का अपनी पत्नी से अक्सर छोटी छोटी बातो में लड़ाई-झगड़ा होता रहता था। मृतका का दूसरे घरों में काम करने के लिए जाने व आत्मनिर्भर बनने से नाराज सुरेन्द्र अपनी पत्नी से जलन रखने लगा तथा उस पर बेवजह का शक कर उसके साथ आएदिन मारपीट करने लगा था।
पुलिस द्वारा आरोपी सुरेन्द्र की तलाश हेतु हरिद्वार से पटना तक मुखबिर तन्त्र सक्रिय करने की जानकारी होने पर आरोपी पुलिस की भनक लगते ही गिरफ्तारी से बचने के लिए अपना ठिकाना बदल देता था। वह जहां भी जाता था उसके थोड़े ही समय बाद तेज़-तर्रार हरिद्वार ‘कनखल’ पुलिस वहां पर पहुंच जाती थी जिस कारण आरोपी को अपना ठिकाना बदलना पड़ता था इस बार-बार की दौड़ भाग से सुरेंद्र बेहद परेशान हो गया तो उसने बिहार से नेपाल भागने की योजना बनाई और अपने जरुरी कागजात लेने के लिए अपने गांव फुल्लेलपुर पटना में आने की सूचना पर पहले से ही एक्टिव पुलिस टीम ने हत्यारोपी सुरेन्द्र को दिनांक 01-12-2024 को ग्राम फुल्लेलपुर चौक, पटना बिहार बाजार से दबोच लिया और हरिद्वार लेकर आ गई।
आरोपी सुरेन्द्र यादव मूल रूप से ग्राम फुल्लेपुर थाना अथमलगोला जिला पटना बिहार का रहने वाला है जो पिछले 20 वर्षो से हरिद्वार में रहकर ध्याडी मजदूरी का काम करता है। आरोपी मैट्रिक पास है और हरिद्वार में रहकर पल्लेदारी (ध्याडी मजदूरी) का काम करता था लेकिन अपनी मर्जी का मालिक होने के कारण कभी काम करता था और कभी घर पर ही पड़ा रहता था। हत्यारोपी सुरेन्द्र द्वारा जुर्म का इकबाल करने पर कनखल पुलिस ने उसकी निशांदेही से हत्या में प्रयुक्त पाठल, घटना के समय पहने कपडे तथा कमरे व गेट में लगाई गई ताले की चाबियां बरामद की।
करीब 20 वर्षों से हरिद्वार में रहने व काम करने पर आरोपी द्वारा अपनी और पत्नी की कमाई से कनखल क्षेत्र में जैसे-तैसे एक छोटा सा मकान बना लिया था लेकिन मां की मृत्यु और पिता की जेल जाने के बाद बच्चों के सामने परवरिश की बड़ी समस्या खड़ी हो गई जिस पर मामा महेश (वादी मुकदमा) द्वारा दोनों बच्चों को अपने साथ पटना बिहार ले जाया गया जहां उनकी देखरेख में बच्चों की परवरिश हो रही है। बीच शहर में हुए इस जघन्य हत्याकांड को सुनकर, देखकर हर किसी का मन विचलित हो गया था। हर कोई चाहता था कि आरोपी जल्दी से जल्दी पकड़ा जाए जिसमें तेज़-तर्रार कनखल पुलिस सफल साबित हुई।
हत्यारोपी को दबोचने में मिली सफलता पर स्थानीय जनता द्वारा कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के सधे हुए नेतृत्व एवं कनखल पुलिस की तत्परता व सीआईयू यूनिट, दोनों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की गई।