नवीन चौहान.
हाईपरटेंशन यानि हाई ब्लडप्रेशर एक साइलेंट किलर है। यह धीरे धीरे हमारे शरीर पर अटैक करता है, यदि समय से जांच कराकर इसका इलाज शुरू न किया जाए तो यह जानलेवा साबित हो जाता है।
इसीलिए डॉक्टरों का कहना है कि 25 साल की आयु के बाद नियमित रूप से ब्लड प्रेशर की जांच कराते रहना चाहिए। लोगों को हाई ब्लडप्रेशर के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 17 मई को विश्व हाईपरटेंशन दिवस मनाया जाता है।
डॉक्टरों का कहना है कि यदि हम नियमित रूप से संतुलित आहार ले और नियमित व्यायाम को अपनी जीवन शैली में अपनाए तो निश्चित रूप से हाई ब्लडप्रेशर की बीमारी से बच सकते हैं।
डॉक्टरों के मुताबिक हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी अवस्था है जिसमें हार्ट अटैक, हार्ट स्ट्रोक, क्रोनिक किडनी डिसीज और दृष्टि हानि जैसी बीमारी हो सकती है।
हाई ब्लड प्रेशर के सामान्य लक्षण
सिर दर्द होना, ज्यादा तनाव रहना, सीने में दर्द, सांस लेने में परेशानी, अचानक घबराहट होना, समझने या बोलने में कठिनाई, चेहरे, हाथ या पैरों में अचानक सुन्नपन, कमजोरी महसूस होना, धुंधला दिखायी देना।



 
		
			


