डीएवी उत्तराखंड के सभी स्कूलों के खिलाड़ियों में दिखी खेल भावना, जोश और एकता का अद्भुत संगम
देहरादून
डीएवी संस्थाएं बच्चों को शिक्षा, सांस्कृतिक गतिविधियां, खेलकूद और अन्य प्रतिभाओं को निखारने का कार्य करते है। डीएवी स्कूलों के बच्चे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फलक पर भारत का नाम गौरवांवित करते है। बच्चों की इसी खेल प्रतिभा को निखारने और राष्ट्रीय स्तर की टीम चयनित करने के लिए डीएवी विद्यालय, डिफेंस कॉलोनी, देहरादून में आज “ज़ोनल खेल प्रतियोगिता” का भव्य शुभारंभ हुआ। पूरे आयोजन में खेल भावना, जोश और सौहार्द की झलक स्पष्ट रूप से दिखाई दी।

550 प्रतिभागियों की उत्साहपूर्ण भागीदारी
इस प्रतियोगिता में डीएवी देहरादून के प्रतिनिधित्व में दो जोन —
जोन ‘अ’ (डीएवी देहरादून, डीएवी जगजीतपुर, बीएम डीएवी हरिद्वार, डीएवी कोटद्वार)
और जोन ‘ब’ (डीएवी काशीपुर, डीएवी हल्द्वानी, डीएवी बाजपुर, डीएवी रुद्रपुर) के लगभग 550 प्रतिभागियों ने पूरे जोश के साथ भाग लिया।

खेल ध्वजारोहण से हुआ शुभारंभ
कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती शालिनी समाधिया द्वारा खेल ध्वजारोहण कर किया गया। ध्वजारोहण के साथ ही वातावरण डीएवी गान से गुंजायमान हो उठा। इसके पश्चात कैप्टन नमन पवार ने सभी खिलाड़ियों को ईमानदारी, अनुशासन, संयम और एकता की भावना से खेलने की शपथ दिलाई।
खिलाड़ियों ने अपनी लगन, कर्मठता, धैर्य, शारीरिक व मानसिक सुदृढ़ता के बल पर राज्य स्तर पर विजय प्राप्त करने और राष्ट्रीय पटल पर उत्तराखंड की पहचान दर्ज कराने का संकल्प लिया।

राष्ट्रीय स्तर के विजेताओं का हुआ सम्मान
डीएवी महाविद्यालय प्रबंधकर्तृ समिति ने डीएवी राष्ट्रीय खेल 2024-25 के स्वर्ण पदक विजेताओं को सम्मानित किया। खिलाड़ियों को आभार और प्रोत्साहन स्वरूप 5100 के चेक प्रदान किए गए।

सम्मानित खिलाड़ियों में प्रमुख रूप से —
बॉक्सिंग में: अंशिका राजपूत, स्नेहा भट्ट, प्रिया भंडारी
जूडो में: अंशुमन मुंगरा, नायशा थापा, स्वर्णिम ममगाईं, आकांक्षा बिष्ट, सार्थक ममगाईं, कृतिका आगरी, अश्मित मुंगरा।

प्रधानाचार्या श्रीमती शालिनी समाधिया का प्रेरक संदेश
श्रीमती समाधिया ने कहा कि > “खेल केवल व्यक्ति की उपलब्धि नहीं, बल्कि समाज और राष्ट्र की प्रगति का प्रतीक है।” उन्होंने डीएवी प्रबंधन कार्यसमिति के महाप्रबंधक पद्मश्री डॉ. पूनम सूरी, निदेशक डॉ. वी. सिंह, प्रबंधक डॉ. अल्पना शर्मा, तथा डीएवी क्षेत्रीय प्रमुख पीसी. पुरोहित का विशेष धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने डॉ. पूनम सूरी जी के शब्दों को उद्धृत करते हुए कहा कि> “जीत अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में है। अगर आपने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है, तो आप जीत चुके हैं।”

खेलों की शुरुआत और आयु वर्ग
इसके उपरांत उन्होंने शतरंज, जूडो, कबड्डी, खो-खो, वॉलीबॉल, रेसलिंग और स्केटिंग प्रतियोगिताओं के शुभारंभ की घोषणा की।
सभी खेलों को आयु वर्ग 14, 17 और 19 वर्ष (बालक एवं बालिका वर्ग) में विभाजित किया गया।

क्लस्टर ए टीम का रहा दबदबा
अधिकांश खेलों में क्लस्टर ए टीम विजयी रही। अब ये विजेता टीमें नेशनल्स में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करेंगी और डीएवी का परचम राष्ट्रीय स्तर पर लहराएँगी।
अविस्मरणीय बना आयोजन
कार्यक्रम के समापन पर प्रधानाचार्या ने सभी प्रतिभागियों का अभिनंदन और उत्साहवर्धन किया। खिलाड़ियों की ऊर्जा, शिक्षकों की सक्रियता और आयोजकों की सूझबूझ ने इस दिन को स्मरणीय और ऐतिहासिक बना दिया।
