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डीआईजी कलानिधि नैथानी ने बुधवार को जनपद हापुड़ पहुंच कर यहां के कंट्रोल रूम व डायल 112 का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पुलिस कर्मचारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिये। कहा कि ड्यूटी के समय सभी पुलिसकर्मी वर्दी में रहेंगे। इस दौरान डीआईजी ने पुलिस पेंशनर्स के साथ भी बैठक की और उनके समस्याओं का समय से निस्तारण कराने के लिए कार्यवाही का आश्वासन दिया।

डीआईजी मेरठ रेंज कलानिधि नैथानी ने जनपद हापुड़ स्थित कंट्रोल रूम व डायल-112 का वार्षिक निरीक्षण करते कहा कि डीसीआर और सीसीआर में नियुक्त समस्त अधिकारी और कर्मचारी ड्यूटी के दौरान निर्धारित वर्दी धारण करेंगे। यहां तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों को जनपद की भौगोलिक स्थिति की जानकारी होनी चाहिये। उन्होंने ट्रैफिक कंट्रोल रूम को सीसीटीवी कंट्रोल रूम से समन्वित करने के लिए कहा, ताकि किसी भी घटना पर त्वरित कार्यवाही की जा सके।

डीआईजी ने कहा कि जनपद के सभी चौकी इंचार्जों की लोकेशन रात के अलावा दिन में भी आकस्मिक रूप से कम से कम दो बार अवश्य ली जाए। जनपद के सभी चौकी इंचार्जों के सीयूजी नंबर की सूची डीसीआर और सीसीआर तथा डायल-112 में चस्पा होनी चाहिए। चौकी इंचार्जों के सीयूजी नंबर पर भी संपर्क स्थापित किया जाए। सीयूजी बन्द मिलने पर स्पष्टीकरण प्राप्त करने के लिए एआरओ संबंधित जनपद प्रभारी को रिपोर्ट प्रेषित करें। आरआई रेडियो सीसीआर/डीसीआर में नियुक्त ऑपरेटर के कार्य वितरण का चार्ट तैयार कर चस्पा किया जाए। डीआईजी ने कहा कि जनपद में उत्तम संचार व्यवस्था कायम की जाए जिससे सीमावर्ती जनपद और राज्य के थानों से संचार के माध्यम से निर्वाध सम्पर्क हो सके।

डायल 112 की समीक्षा के दौरान कहा कि डायल 112 में ROIP में 01 उ0नि0 ड्यूटी पर नियुक्त रहें व सूचना के बारे में CCR/DCR को अवगत कराये तथा गंभीर/सांप्रदायिक प्रकरणो में एसएचओ, सीओ, एडिशनल एसपी एवं एसपी को भी फोन के माध्यम से अवगत कराए। पीआरवी-112 के वाहनों का संवेदनशीलता के आधार पर रूट का निर्धारण अवश्य करा लिया जाये। एक ही स्थान पर किसी कर्मचारी की बार-बार एवं लंबी अवधि के लिए ड्यूटी ना लगाई जाए। रिजर्व में एक ही कर्मचारी की बार-बार ड्यूटी ना लगाई जाए और एक ही व्यक्ति को अधिक समय तक रिजर्व न रखें। किसी भी कर्मी को ऐसे थानों की पीआरवी में नियुक्त न किया जाये जिन थानों में वह यूपी-112 की नियुक्ति से पूर्व तैनात रहा हो।
पुलिस पेन्शनर्स गोष्ठी के दौरान डीआईजी ने प्रत्येक थाने पर पेंशनर्स की नियमित गोष्ठी के निर्देश दिए। बीट आरक्षी की बीट बुक में पेंशनर्स का विवरण अंकित करने के लिए कहा गया जिससे बीट आरक्षी नियमित रूप से उनसे मिलते रहे। पेंशन प्रकरणों से सम्बन्धित लिपिक को समय से प्रस्ताव पुलिस मुख्यालय प्रेषित किये जाने के लिए निर्देशित किया गया। पुलिस पेन्शनर्स गोष्ठी के दौरान आये हुए पेन्शनर्स से वार्ता कर उनकी समस्याओं के त्वरित निस्तारण करने तथा प्रत्येक माह थाना स्तर पर पेन्शनर्स मासिक गोष्ठी किये जाने हेतु निर्देशित किया गया ताकि पेन्शनर्स की समस्यओं का समाधान थाना स्तर पर ही किया जा सके और उन्हे मुख्यालय आने की असुविधा न उठानी पडे़। निरीक्षण और गोष्ठी के दौरान पुलिस अधीक्षक कुंवर ज्ञानंजय सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक विनीत भटनागर आदि अधिकारीगण मौजूद रहे।