“ऑपरेशन क्लीन” की शुरुआत: नकली और नशीली दवाओं के खिलाफ उत्तराखंड में निर्णायक लड़ाई शुरू
न्यूज127
उत्तराखंड में नकली, अधोमानक और नशीली दवाओं के खिलाफ अब आर-पार की लड़ाई शुरू हो चुकी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर स्वास्थ्य विभाग ने “ऑपरेशन क्लीन” के तहत राज्यव्यापी महाअभियान की शुरुआत कर दी है। इस अभियान का उद्देश्य उत्तराखंड को “नशा मुक्त राज्य” बनाना और नागरिकों को सुरक्षित एवं प्रमाणिक औषधियाँ उपलब्ध कराना है।
स्वास्थ्य सचिव डॉ.आर. राजेश कुमार ने जानकारी दी कि यह अभियान सिर्फ औषधियों की निगरानी तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जनस्वास्थ्य, युवा सुरक्षा और फार्मा सेक्टर में अनुशासन की दिशा में एक ठोस कदम है। नकली, मिसब्रांडेड और मादक दवाओं के निर्माण, भंडारण और वितरण में लिप्त माफिया के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जा रही है।
QRT टीम करेगी ताबड़तोड़ छापेमारी
इस मुहिम को प्रभावी बनाने के लिए सहायक औषधि नियंत्रक हेमन्त सिंह नेगी के नेतृत्व में एक 8 सदस्यीय क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) गठित की गई है। टीम में वरिष्ठ व क्षेत्रीय औषधि निरीक्षकों को शामिल किया गया है, जो पूरे राज्य में छापेमारी व गहन निरीक्षण करेंगे। टीम को विश्लेषणशाला रिपोर्ट, टोल फ्री हेल्पलाइन और जिला प्रशासन से प्राप्त जानकारियों पर तुरंत कार्रवाई का अधिकार दिया गया है।
राज्य के प्रवेश द्वारों पर विशेष निगरानी
भारत-नेपाल सीमा और राज्य की सीमाओं पर विशेष चौकसी बढ़ाई गई है। धारचूला, झूलाघाट, टनकपुर, बनबसा, खटीमा जैसे सीमा क्षेत्रों पर औषधि निरीक्षकों की विशेष टीमें तैनात की गई हैं। सभी जिलों को दो श्रेणियों में वर्गीकृत कर निरीक्षण कार्य को तेज किया गया है।
नमूनों की वैज्ञानिक जांच, प्रयोगशालाओं का आधुनिकीकरण
राज्य की औषधि विश्लेषण प्रयोगशालाओं को आधुनिक उपकरणों और प्रशिक्षित स्टाफ से सुसज्जित किया गया है। हर जिले से संदिग्ध औषधियों के नमूनों की प्राथमिकता के आधार पर जांच की जा रही है। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि “एक भी नकली दवा उपभोक्ता तक न पहुँचे — यह हमारा संकल्प है।”
जन भागीदारी के लिए हेल्पलाइन और जागरूकता अभियान
स्वास्थ्य विभाग ने 24×7 टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 18001804246 जारी किया है। कोई भी नागरिक नकली या संदेहास्पद दवाओं की सूचना इस नंबर पर दे सकता है। पहचान गुप्त रखी जाएगी। साथ ही प्रदेश में रेडियो, टीवी, सोशल मीडिया, स्कूलों और मेडिकल स्टोर्स के माध्यम से व्यापक जनजागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है।
धामी सरकार का स्पष्ट संदेश: जीरो टॉलरेंस
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मुहिम को लेकर स्पष्ट किया है कि उत्तराखंड में अब नकली, अधोमानक व मादक औषधियों के लिए “कोई स्थान नहीं” है। “ऑपरेशन क्लीन” के माध्यम से प्रदेश को सुरक्षित औषधियों, अनुशासित फार्मा सेक्टर और नशामुक्त समाज की दिशा में निर्णायक रूप से आगे बढ़ाया जा रहा है।



 
		
			


