हरिद्वार से दीपक चौहान की रिपोर्ट
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हरिद्वार द्वारा विश्व मानव तस्करी विरोधी दिवस के अवसर पर बाल सुरक्षा यात्रा का आयोजन किया गया। यह यात्रा नवोदय नगर चौक से ग्राम आन्नेकी तक निकाली गई, जिसका उद्देश्य बाल तस्करी, जबरन श्रम, बाल भिक्षावृत्ति और शोषण जैसे गंभीर अपराधों के प्रति जनजागरूकता फैलाना रहा।
इस अवसर पर यात्रा का शुभारंभ नरेंद्र दत्त, जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने हरी झंडी दिखाकर किया। उन्होंने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि “मानव तस्करी चाहे अंगों की बिक्री के लिए हो, बाल मजदूरी या भीख मंगवाने जैसी घिनौनी प्रवृत्तियों के लिए — यह एक संगठित अपराध है, जिससे लड़ने के लिए समाज को कानूनी जानकारी के साथ-साथ चेतनशील बनाना अत्यंत आवश्यक है।”
इस जागरूकता यात्रा में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट, स्थानीय पुलिस, मुख्य शिक्षा अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, उप श्रम आयुक्त कार्यालय रोशनाबाद, तथा जिला चिकित्साधिकारी समेत अनेक विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सहभागिता रही।
इस यात्रा में ऑक्सफोर्ड स्कूल, पुलिस मॉडर्न स्कूल, सेंट थॉमस स्कूल, रोशनाबाद सहित विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। रैली के दौरान विद्यार्थियों ने पोस्टर, नारे और नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से बाल तस्करी के विरुद्ध सशक्त संदेश दिए।
बाल सुरक्षा यात्रा के समापन पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पैरा लीगल वॉलंटियर्स व विधि प्रशिक्षुओं ने भी जागरूकता हेतु भावपूर्ण नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया, जिसे लोगों ने सराहा।
पूरे कार्यक्रम के दौरान जिला चिकित्साधिकारी की ओर से एक चिकित्सकीय टीम एम्बुलेंस सहित तैनात रही, जिससे किसी भी आकस्मिक आवश्यकता की स्थिति में तत्परता बनी रही।
कार्यक्रम के अंत में श्रीमती सिमरनजीत कौर, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व सिविल जज (सीनियर डिविजन) ने सभी प्रतिभागियों, स्कूलों, अधिकारियों व छात्रों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “हमारा प्राधिकरण समाज के वंचित, शोषित और असहाय वर्ग को न्याय दिलाने के साथ-साथ अपराधों के विरुद्ध समाज को जागरूक करने की दिशा में निरंतर प्रयासरत हैं।
विश्व मानव तस्करी दिवस: नवोदय नगर से आन्नेकी गांव तक बाल तस्करी के विरुद्ध अलख




